जब बात आती है स्वच्छ पर्यावरण की तो हम सब क्या कुछ नहीं करते. कहीं प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल पौधों को उगाने में किया जा रहा है, तो कहीं पेड़ पौधे लगाए जा रहे हैं. ताकि पर्यावरण को स्वच्छ किया जा सके. पर्यावरण को स्वच्छ करने में एक अच्छी सोच का भी बहुत योगदान है. ऐसी सोच है, मुंबई में Cardboard Cafe बनाने वाले आर्किटेक्ट और डिज़ाइनर का. इन्होंने लोगों को ध्यान में रखते हुए इस कैफ़े को बनाया है. ताकि आप एक अच्छे वातावरण में सास ले सकें.

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वैसे तो नाम से ही समझ आ गया होगा कि यहां सबकुछ कार्डबोर्ड से बना है. चौंकने की ज़रूरत नहीं है खाना और पानी आपको कार्डबोर्ड का नहीं मिलेगा. 

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इस कैफ़े से जुड़े एक सदस्य ने बताया कि, 

इसे डिज़ाइनर नुरू क़रीम ने डिज़ाइन किया है और ये एक बेहतरीन सोच का परिणाम है. इसके आईडिया को जानने के बाद कई लोगों के मन में अलग-अलग तरह के सवाल उठे. क्योंकि अभी तक लोगों ने ईंट पत्थर से बने रेस्टोरेंट देखे हैं, तो कार्डबोर्ड के रेस्टोरेंट पर विश्वास कर पाना उनके लिए थोड़ा मुश्क़िल था. इस कैफ़े के लैंप शेड्स, कुर्सियां सब कुछ कार्डबोर्ड से बनाया गया है.
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ये कैफ़े पूरे भारत में आकर्षण का केंद्र है. इसकी सफ़ाई वैक्स लैमिनेशन से की जाती है. इसे मुंबई की बारिश को ध्यान में रखकर बनाया गया है. यहां कभी भी होने वाली बारिश का इस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ईंट-पत्थर से बने कैफ़े में आग लगने की जितनी आशंका है, उतनी ही इसमें भी है.

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इसे बनाने में साढ़े तीन महीने लगे हैं और इसे आर्किटेक्ट की निगरानी में बनाया गया है. इसका रंग हल्का और बहुत ही बेहतरीन है. कैफ़े को बायोडिग्रेडेबल मटिरियल से बनाया है, जो इको-फ़्रैंडली होती है. इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा. ये कार्डबोर्ड 100 प्रतिशत रिसाइकल और बायोडिग्रेडेबल है.

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इस कार्डबोर्ड कैफ़े को देखने का मन तो कर गया होगा, तो इसके लिए मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स जाना पड़ेगा. सोचिए नहीं जाकर इस कैफ़े का मज़ा लीजिए.