दुनिया में कई आर्टिस्ट्स ऐसे होते हैं, जो अपने आर्टिस्टिक कीड़े को शांत करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. लेकिन कई बार सुनने में बेहद क्रेज़ी ये आइडिया हमारे पर्यावरण के लिए बेहतर साबित होते हैं.
2011 में फ़ोटोग्राफ़र एंटोइन रेपेस ने अपने रिसाइकिल होने वाले कूड़े को बाहर फ़ेंकना बंद कर दिया था. इन चार सालों के दौरान इस आर्टिस्ट ने 70 क्यूबिक मीटर कूड़ा इकट्ठा किया है.
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इनमें 4800 टॉयलेट रोल, 1600 दूध की बोतल और 800 किलो अख़बार शामिल हैं. उनका मकसद था कि इस कूड़े के सहारे वे एक पावरफ़ुल फ़ोटो सीरीज़ का निर्माण कर सकें.
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रेपेस के मुताबिक, ‘मैं अपने आर्ट के माध्यम से लोगों को जागरुक करना चाहता हूं. कूड़े को अक्सर मैला कुचैला समझा जाता है लेकिन इन तस्वीर के द्वारा मैं कूड़े के प्रभाव को दिखाना चाहता हूं’.
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अपनी सीरीज़ के माध्यम से एंटोइन, वेस्ट मैनेजमेंट और ग्लोबल वार्मिंग के प्रति लोगों को जागरुक करना चाहते हैं.
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उन्होंने कहा कि ‘चूंकि ये समस्याएं हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी से जुड़ी हुई हैं, ऐसे में अक्सर कूड़ा बाहर फ़ेंकते वक़्त हमारा ध्यान इन पर नहीं जाता है लेकिन चार सालों में इकट्ठे किए गए इस कूड़े से साफ़ हो जाता है कि कूड़ा बाहर फ़ेंकने पर हम प्रकृति को कितना नुकसान पहुंचाते हैं.
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हममें से कई लोग साफ़-सफ़ाई और ग्लोबल वार्मिंग के प्रति बातें करते हैं लेकिन वो कहते है ना, एक तस्वीर कई बार 1000 शब्दों से ज़्यादा असरदार होती है. मुझे उम्मीद है कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से लोगों को प्रेरणा मिलेगी और लोग हमारी पृथ्वी के प्रति ज़्यादा संवेदनशील हो पाएंगे.’