भारत, पाकिस्तान और चीन से होकर गुजरती है सिंधु नदी. अरब सागर में गिरने से पहले ये इन देशों के 3610 किलोमीटर के एरिया की प्यास बुझाती है तो कभी वहां तबाही भी मचाती है. लेकिन सर्दियों में ये शांत हो जाती है और तब्दील हो जाती है बर्फ़ की एक चादर में. ऐसे में इस नदी के किनारे ट्रेकिंग के लिए जाना बहुत ही Adventurous रहेगा. आइए जानते हैं कैसे इस ट्रिप को आप यादगार बना सकते हैं.

आप अपनी इस एडवेंचर्स ट्रिप की शुरुआत लेह से शुरू करें. यहां शुरुआती दो दिनों में आप आस-पास के पहाड़ों और उनके वातावरण में ढलने की कोशिश करें. इस बीच आप यहां की बर्फ़ से ढकी वादियों और बौद्ध मंदिरों में जाना न भूलें और हां यादों के लिए ढेर सारी पिक्चर्स लेना तो बनता है.

तीसरे दिन आप इस नदी के किनारे ड्राइव करते हुए चुमाथांग पहुंचे. इस बीच आप रास्ते में बर्फ़ से लदे पहाड़ और खाई के साथ ही इस Frozen River के दर्शन करेंगे. बर्फ़ की चादर में तब्दील हुई इस नदी को नीचे-नीचे बहते देखना तो और भी रोमांचकारी होगा.

चौथे, पांचवे और छठे दिन आप यहीं चुमाथांग में ट्रेकिंग और स्कींग का लुत्फ़ उठाएं. साथ ही इस जमी हुई नदी पर सैर कर इसे एक्स्प्लोर करें. सातवें दिन आप Tso Moriri झील पहुंचे. यहां आप झील के किनारे टेंट लगाकर कैंपिंग का मज़ा लें.

ये झील भी सर्दियों के दौरान जम जाती है. तब आस-पास के गांव में रहने वाले चरवाहे इस 7 किलोमीटर चौड़ी झील को पुल की तरह इस्तेमाल करते हैं. यहां ट्रेकिंग करते हुए आपको ब्लू शीप, हिमालयन बकरी और किस्मत अच्छी हुई तो Snow Leopards भी दिखाई दे जाएंगे.

है न मज़ेदार. तो कब जा रहे हैं आप सिंधु नदी के इस Frozen River ट्रेकिंग पर?

Source: Blog.trip360