2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और इस बार भी घर-घर मोदी हो रहा है. मतलब ये कि 2014 के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए बीजेपी एक बार फिर से देश की सत्ता पर विराजमान होने को तैयार है. अब बात बीजेपी की ऐतिहासिक जीत तक तो ठीक है, लेकिन ऐसे में बेचारे टीवी एंकर्स की लंका लगा हुई है. बीते 3 दिनों से टीवी पर रुझान… रुझान… रुझान… चिल्लाये जा रहे हैं और जब तक पीएम शपथ ग्रहण नहीं कर लेते, उनका इस तरह से चीखना-चिल्लाना जारी रहेगा.  

इतना काम करने के बाद इन एंकर्स का कुछ समय के लिये आराम, तो बनता है. इसलिये हमने टीवी एंकर्स के लिये ढूंढ निकाली हैं कुछ ऐसी जगहें, जहां ये शांति और सुकून से चंद लम्हे बिता सकते हैं.  

1. पशुपतिनाथ 

पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित है, जहां भगवान शिव की ख़ूबसूरत सी प्रतिमा स्थापित है. भगवान शिव का ये मंदिर बागमती नदी के तट पर बना हुआ, जो हरी-भरी वादियों से भी घिरा हुआ है. 

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2. लेपाक्क्षी 

लेपाक्शी बेंगलुरु से करीब 120 किमी और हिंदपुर शहर से किमी दूर है. ये जगह बहुत बड़ी नहीं है, पर हां एंकर्स को देखने के लायक कई ऐतिहासिक और धार्मिक चीज़ें ज़रूर मिल जायेंगी.  

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3. हार्सिली हिल्स 

हार्सिली हिल्स आंध्र प्रदेश में है, जो जन्नत से कम नहीं है. यहां का दिलचस्प नज़ारा और ख़ूबसूरत वातावरण इंसान की थकान दूर कर देता है.  

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4. रानीखेत  

रानीखेत उत्तराखंड का एक बेहद ख़ूबसूरत हिल-स्टेशन है, जिन लोगों को प्रकृति के साथ समय बिताना अच्छा लगता है, उन्हें ये जगह बहुत ज़्यादा पसंद आयेगी. टीवी पर दिन-रात मेहनत कर रहे एंकर्स को यहां जा कर अच्छा लगेगा.  

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5. मुक्तेश्वर 

मुक्तेश्वर उत्तराखंड की वो जगह है, जो ख़ूबसूरत होने के साथ-साथ बेहद साफ़-सुथरा भी है. अगर आपको ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग, बाइकिंग और राफ़्टिंग का शौक है, तो यहां जा सकते हैं.  

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6. चेरापूंजी 

मई और जून की गर्मी से राहत पाने के लिये चेरापूंजी बेस्ट ऑप्शन है. चेरापूंजी की हरियाली, सुकून और झरने आपका मन ख़ुश कर देंगे.  

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7. मजूली 

असम स्थित ये जगह सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं के लिये जानी जाती है. साथ ही मजूली साहित्य, कला और संगीत का संगम भी है, अगर कुछ अलग देखने और घूमने का मन है, तो यहां जा सकते हैं. 

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8. खजिहार 

खजिहार को India का मिनी स्विट्ज़रलैंड भी कहते हैं. यहां की हरियाली और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों का दृश्य मन को काफ़ी सुकून देता है. एंकर्स यहां जाकर सुकून के चंद पल गुज़ार सकते हैं. 

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इतनी मेहनत के बाद एंकर्स के लिये थोड़ा आराम भी बनता है, सही कहा न भईयों और बहनों.