अपने ही देश में दुनिया के सात अजूबों को देखना है, तो आपको दिल्ली के वेस्ट टू वंडर पार्क का रुख करना चाहिए. सराय काले खां में बने इस पार्क की ख़ासियत ये है कि इसे 150 टन कचरे से बनाया गया है. आइए जानते हैं इस अनोखे पार्क से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें.
क्रिएटिवी का बेस्ट नमूना है दिल्ली का Waste to Wonder Park. यहां पर आपको स्टैच्यू ऑफ़ लिबर्टी (न्यूयॉर्क), ताजमहल, गीजा का पिरामिड (मिस्त्र), एफ़िल टॉवर (पेरिस), क्राइस्ट दी रिडीमर (ब्राज़ील), लीनिंग टावर ऑफ़ पीसा (इटली), कोसोलियम ऑफ़ रोम जैसे दुनिया के सात अजूबे देखने को मिलेंगे.
इन चीज़ों से बना है
ये पार्क इस पार्क को ऑटोमोबाइल वेस्ट, इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट, छड़ी, लोहे की चादरों, नट-बोल्ट, जैसे वेस्ट मैटेरियल से बनाया गया है. South Delhi Municipal Corporation (SDMC) को ये पार्क बनाने का आइडिया ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ देखकर आया था. इसमें कोटा के Seven Wonders Park की झलक दिखाई गई थी.
टाइमिंग और टिकट
ये पार्क मंगलवार से रविवार तक सुबह 11 बजे से रात के 11 बजे तक खुला रहता है. सोमवार को और नेशनल हॉलीडे को ये बंद रहता है. इसकी टिकट 50 रुपये में उपलब्ध है. 3 साल से कम उम्र के बच्चे, वरिष्ठ नागरिक के साथ-साथ नगर निगम के स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की एंट्री फ़्री है. 3-12 साल के बच्चे का हॉफ़ टिकट लगेगा.
कैसे पहुंचे:
इस पार्क का सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन निज़ामुद्दीन है. यहां से आप पैदल इस पार्क तक जा सकते हैं. ई-रिक्शा की सेवा भी उपलब्ध है.
इस बार जब छुट्टी हो तो यहां ज़रूर जाना.
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