आप जब कभी लिफ़्ट (Lift) में गए होंगे, तो ये ख़्याल ज़रूर आया होगा कि कहीं लिफ़्ट आपको लेकर धड़ाम से नीचे न आ जाए. ऐसा सोचना वाजिब भी है, क्योंकि लिफ़्ट केबल से बंंधी होती है, जो आपको ऊपर-नीचे ले जाती है. ऐसे में वो अचानक टूट भी सकती है. 

तो ऐसे में ये सवाल आना लाज़मी है कि क्या वाक़ई केबल टूटने पर हम सीधा नीचे गिर जाएंगे? 

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पहले समझें कैसे काम करती है Lift 

एक केबल एलेवेटर सिस्टम में लिफ़्ट स्टील केबल्स से जुड़ी होती है. लिफ़़्ट के ऊपर घूमने वाली एक रिम लगी होती है. इसी रिम में केबल भी फंसी होती है. इसे इलेक्ट्रिक मोटर से घुमाया जाता है, जिसके ज़रिए लिफ़्ट ऊपर-नीचे आपको लेकर आती-जाती है. साथ ही, कार को उठाने वाली केबल भी एक काउंटरवेट से जुड़ी होती है, ताकि बैलेंस बना रहे.

लिफ़्ट की केबल बहुत मज़बूत होती है. इसे कई सारे स्टील के तारों को आपस में लपेटकर बनाया जाता है. वहीं, सभी लिफ़्ट में सिर्फ़ एक नहीं, बल्क़ि कई केबल लगी होती हैं. ताकि, एक टूट जाए, तो दूसरी केबल भार उठा ले. इनकी संख्या 4 से 8 तक हो सकती है. हालांकि, एक केबल भी भार उठानें में सक्षम होती है. मगर फिर भी अगर कभी ऐसा हो कि सभी केबल टूट जाएं, तो क्या होगा, क्या लिफ़्ट सीधा ज़मीन पर आ गिरेगी?

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सभी केबल टूटने पर काम आता है सेफ़्टी क्लैंप

कहते हैं बुरे वक़्त में ऊंट पर बैठे आदमी को भी कुत्ता काट लेता है. क्योंकि भइया क़िस्मत का कोई भरोसा होता नहीं. ये बात शायद लिफ़्ट (Lift) इंजीनियर्स भी समझते हैं. तो बस उन्होंने एक और जुगाड़ अपना लिया. अगर सारी केबल टूट भी जाएंगी, तो भी आप डायरेक्ट ज़मीन पर नहीं गिरेंगे. क्योंकि जैसे ही अचानक लिफ़्ट नीचे गिरती है, तो उसका ब्रेकिंग सिस्टम एक्टिवेट हो जाता है. 

दरअसल, लिफ़्ट में हर फ्लोर पर सेफ़्टी क्लैंप दिए होते हैं, जो लिफ़्ट (Lift) के गिरने के दौरान बाहर निकल आते हैं. इसमें होता ये है कि एक ब्रेकिंग गवर्नर होता है. ये एक पुली होती, जो लिफ़्ट के चलने पर घूमती है. जब गवर्नर बहुत तेजी से घूमता है, तो अपकेंद्रीय बल ब्रेकिंग सिस्टम को एक्टिवेट कर देता है. जिससे सेफ़्टी क्लैंप लिफ़्ट को रोकने के लिए बाहर आ जाते हैं.

सेफ़्टी क्लैंप भी धोखा दे जाएं तब?

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ये सुनकर आपका कलेजा धाएं से नीचे चला गया होगा. लेकिन घबराइए नहीं, यहां भी थोड़ी राहत है. क्योंकि इस दौरान दो चीज़ें काम आती हैं. एक तो लिफ़्ट में भरी हवा और दूसरा शॉक एब्‍जॉर्बर. होता क्या है न, जब लिफ़्ट अचानक नीचे आ रही होती है, उसके अंदर भरी हुई हवा के कारण लिफ्ट की कार पर उल्टी तरफ़ से बल लगता है और लिफ़्ट धीमी हो जाती है.

इसके अलावा, ज़्यादातर लिफ़्ट के शाफ्ट के नीचे एक शॉक एब्‍जॉर्बर लगा होता है. ये एक तेल में डूबा हुआ पिस्टन होता है, जो सिलेंडर में रखा होता है. ऐसे में जब लिफ़्ट नीचे गिरती है, तो आपको बहुत ज़ोर का झटका नहीं लगता. तो इतने सारे सुरक्षा इंतज़ाम जब हैं, तो आपको लिफ़्ट के गिरने पर उछलने-कूदने की ज़रूरत नहीं. क्योंकि इससे कुछ होगा भी नहीं. बेहतर होगा कि आप शांति से फ़्लोर पर ही लेट जाएं. इससे झटका कम लगेगा और चोट भी ज़्यादा नहीं आएगी.