Ramnath Goenka: भारत में मीडिया को लोकतंत्र (डेमोक्रेसी) का चौथा आधार स्तंभ कहते हैं. ऐसा इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि मीडिया का सीधा संबंध हमारे रोज़मर्रा की लाइफ़ से होता है. ऐसे में मीडिया और पत्रकारों की ज़िम्मेदारियां और भी बढ़ जाती हैं, लेकिन बड़े दुख की बात है कि आज कुछ ही ऐसे मीडिया और पत्रकार हैं जो अपनी ज़िम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं. अगर ज़िम्मेदार और ईमानदार मीडिया और पत्रकारों की लिस्ट बनाई जाए तो तो रामनाथ गोयनका (Ramnath Goenka) ये नाम लिस्ट में टॉप 5 में आएगा. इसी वज़ह से इंडिया टुडे मैगज़ीन ने 2000 में उन्हें ‘भारत को आकार देने वाले 100 लोगों’ की लिस्ट में नामित किया.
इस 22 अप्रैल को रामनाथ गोयनका (Ramnath Goenka Birth Anniversary) जी की जन्मतिथि है. इसीलिए आज के इस आर्टिकल में हम रामनाथ गोयनका जी के बारे में जानेंगे और अब तक रामनाथ गोयनका अवॉर्ड अबतक किस किसको मिल चुका है ये भी जानेंगे:
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कौन है रामनाथ गोयनका
रामनाथ गोयनका एक न्यूज़पेपर के पब्लिशर थे, उन्होंने 1932 में The Indian Express शुरू किया था. अंग्रेज़ी और क्षेत्रीय भाषा पब्लिकेशन्स के साथ उन्होंने Indian Express Group बनाया. साथ ही उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़कर हिस्सा भी लिया. रामनाथ गोयनका भारतीय मीडिया के दिग्गज और राष्ट्रवादी थे.
उन्होंने इन्दिरा गांधी द्वारा लगाए गये एमर्जेन्सी का जमकर विरोध किया था जिस वज़ह से उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था. वे प्रेस की आज़ादी के लिए अंतिम सांस तक लड़ते रहे.
रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज़्म अवॉर्ड
रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज़्म अवॉर्ड (Ramnath Goenka Excellence in Journalism Award) देश के निष्पक्ष मीडिया और पत्रकार को दिया जाता है. जिस पत्रकार ने किसी भी पॉलिटिकल पार्टी या धर्म का पक्ष लिए बिना, ज़िम्मेदारी और ईमानदारी से पत्रकारिता की हो उसे ये अवार्ड (Ramnath Goenka Award) दिया जाता है. रामनाथ गोयनका (Ramnath Goenka) के नाम पर, ये 2006 के बाद से हर साल आयोजित किया जाता है.
इन 10 मीडिया और पत्रकारों को रामनाथ गोयनका अवॉर्ड मिला है
1. सुशील कुमार महापात्र (Sushil Kumar Mohapatra)
NDTV के पत्रकार सुशील कुमार महापात्र को रामनाथ गोयनका अवॉर्ड-2019 से नवाज़ा गया था, उन्हें हिंदी कैटेगरी (Broadcast) में ये अवॉर्ड मिला है. ‘हरियाणा की ज़हरीली नहर’ पर की गई सीरीज़ के लिए उन्हें रामनाथ गोयनका अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. सुशील महापात्र को दूसरी बार ये प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है.
2. अमित सिंह (Amit Singh)
The Wire Hindi के अमित सिंह को ये 2017 में ये अवॉर्ड दिया गया. अमित को ये पुरस्कार ‘Best Hindi Journalism – Print’ कैटेगरी में जम्मू कश्मीर पुलिस पर की गई ग्राउंड रिपोर्ट ‘क्यों घाटी में पुलिसवाला होना सबसे मुश्किल काम है’ के लिए दिया गया था.
3. रवीश कुमार (Ravish Kumar)
NDTV के नामी पत्रकार रवीश कुमार को रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. रवीश कुमार को ‘हिंदी पत्रकारिता (Hindi journalism)’ की श्रेणी में ये अवॉर्ड मिला है.
4. शादाब मोईजी (Shadab Moiji)
2013 मुजफ़्फ़रनगर दंगे में ग़ुम हो चुके लोगों के परिवारों के 5 साल बाद के हालात पर ‘The Quint ‘ के शादाब मोईजी की डॉक्यूमेंट्री ने ‘हिंदी पत्रकारिता (Hindi journalism)‘ में अवॉर्ड जीता है. डॉक्यूमेंट्री को उसकी उत्कृष्टता, गंभीरता और प्रभाव के लिए नवाज़ा गया है.
5. पूनम अग्रवाल (Poonam Agarwal)
पूनम अग्रवाल ने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम पर कई खुलासे किए थे. इलेक्टोरल बॉन्ड पर छुपे हुए Unique Alphanumeric Code से लेकर डोनर के गुमनाम होने के सरकारी दावे की सच्चाई तक. पूनम अग्रवाल ने इन बॉन्ड्स के हर पहलू को कवर किया था. जनहित में रिपोर्टिंग के लिए ‘The Quint’ की पूनम अग्रवाल को ‘इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग (Investigative Reporting)’ का अवॉर्ड दिया गया था.
6. सर्वप्रिया सांगवान (Sarvapriya Sangwan)
BBC हिन्दी की सर्वप्रिया सांगवान को भारत के न्यूक्लियर प्रोग्राम की वजह से मुश्किलें झेल रहे लोगों पर आधारित स्टोरी के लिए प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवॉर्ड दिया गया है.
7. कुलदीप नैयर (Kuldip Nayar)
सीनियर जर्नलिस्ट और नामी लेखक कुलदीप नैयर (Kuldip Nayar) को वर्ष 2013 और 2014 में पत्रकारिता में उनके योगदान के लिए ‘लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया है. कुलदीप नायर इंडियन एक्सप्रेस के एडिटर रहे हैं और इमरजेंसी के दौरान उन्हें प्रशासन के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन और प्रेस की आज़ादी के लिए किये प्रदर्शन का नेतृत्व करने के लिए आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (मीसा) के तहत जेल में डाल दिया गया था.
8. चित्रा त्रिपाठी (Chitra Tripathi)
India News की एसोसिएट एडिटर चित्रा त्रिपाठी को जम्मू कश्मीर से रिपोर्टिंग के लिए रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज़्म अवॉर्ड मिला था.
9. दिति बाजपेई (Diti Bajpai)
गांव कनेक्शन की सीनियर रिपोर्टर दिति बाजपेयी को ‘रक्तरंजित सीरीज़’ के लिए रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज़्म अवॉर्ड 2018 से नवाज़ा गया है. इस सीरीज़ में बलात्कार पीड़िताओं के उन मामलों को कवर किया गया जो सुर्ख़ियों और सोशल मीडिया पर हैशटैग नहीं बन सके थे.
10. धीरज मिश्रा (Dheeraj Mishra)
गवर्नेंस और पॉलिटिक्स कैटेगरी में डिजिटल मीडिया The Wire हिंदी के रिपोर्टर धीरज मिश्रा को रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज़्म अवॉर्ड दिया गया है.
इन 10 पत्रकारों को अलग-अलग क्षेत्र में काम करने के लिए ‘रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज़्म अवॉर्ड’ से नवाज़ा गया है.
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