Hair Colour Fact: कुछ लोगों के बाल भूरे होते हैं, कुछ लोगों के काले होते हैं. इसके अलावा, अलग-अलग देशों में भी अलग-अलग रंग के बाल होते हैं, जिन्हें कोई रंग देना नहीं पड़ता वो नेचुरली होते हैं. मगर इन सबमें सबसे ज़्यादा लोगों के बाल काले रंग के होते हैं. साथ ही, कुछ लोगों के बाल सफ़ेद भी होते हैं, कुछ उम्र का तकाज़ा होता है तो कुछ ऊट-पटांग खान-पान की वजह से होता है.
रिपोर्ट्स के अनुसार,
बालों का कुदरती रंग काला होता है, लेकिन कुछ लोगों के बालों का रंग भूरा, सफ़ेद भी होता है, जो बालों में होने वाले Melanin नाम के वर्णक की मात्रा से निर्धारित होता है. जैसे, Eumelanin तत्व के अधिक मात्रा में होने से लोगों को काले बाल होते है कम होने पर भूरे बाल, बहुत कम होने पर सफ़ेद बाल होते हैं. थोड़ा Eumelanin के साथ ज़्यादा Pheomelanin के होने से लोगों को लाल बाल होते हैं.
Hair Colour Fact
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बालों में Melanin की मात्रा अलग-अलग Genes के आधार पर निर्धारित होती है, वैसे तो ज़्यादा Genes के बारे में कोई जानकारी नहीं हैं. इनमें से एक है, MC1R, मनुष्यों का वो Genes है, जिसमें बालों के रंग का सबसे अच्छा अध्ययन किया गया है. ये Gene, Melanocortin 1 Receptor नाम का प्रोटीन बनाने के लिए निर्देश देता है, जो Melanin बनाने वाले रास्ते में होता है.
ह्यूमन बॉडी में Melanin बाल से लेकर आंखों तक के बाल के रंग को काला रखने में मदद करता है. ऐसे में हमें धूप से बचना चाहिए, क्योंकि धूप में UV किरणें होती हैं, जो Melanin की मात्रा को प्रभावित करती है. साथ ही, ख़राब खान-पान से भी इसकी मात्रा पर बुरा असर पड़ता है, जिसकी वजह से कम उम्र में ही बाल सफ़ेद होने लगते हैं.
इसके अलावा, बढ़ती उम्र की वजह से भी Melanin की मात्रा कम होने लगती है, जिससे बुढ़ापे में लोगों के बाल सफ़ेद हो जाते हैं.
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विदेशों में कुछ जगह पर ज़्यादा ठंड पड़ती है, जिसके चलते वहां पर लोगों को पर्याप्त विटामिन डी और धूप नहीं मिलती है, तो उनके शरीर में Melanin की मात्रा न ज़्यादा होती है न कम, ऐसे में उनके बाल सुनहरे या ब्राउन रंग के हो जाते हैं.