खर्राटे, देश क्या दुनिया के हर घर में खर्राटे लेने वाला, एक न एक शख़्स होता ही है. ये शख़्स हर एक की नींद में ख़लल डालता है. पापा या दादा लोग के खर्राटे तो इतने ज़ोरदार होते हैं कि शेर की दहाड़ को भी मात दे दें!
सोते हुए अगर तेज़ वाइब्रेशन या आवाज़ आने लगे तो उसे खर्राटे कहते हैं. इसको यूं तो देशभर में काफ़ी हल्के में लिया जाता है पर ये काफ़ी सारी बीमारियों की तरफ़ इशारा करती हैं.
क्यों आते हैं खर्राटे?
एक रिपोर्ट के अनुसार, खर्राटे क्यों आते हैं इस सवाल के कई जवाब हो सकते हैं. एनाटॉमिकल स्टैंडपॉइंट से जवाब दिया जाये तो थोड़े खुले हुए अपर एयरवे (नाक और गले) की वजह से खर्राटे आते हैं.
नींद में हम सभी के गर्दन की मांशपेशियां रिलैक्स करती हैं लेकिन कभी-कभी ये इतना रिलैक्स्ड हो जाती हैं कि अपर एयरवे थोड़ा बंद हो जाता है यानी हवा बाहर जाने की नली जगह सिकुड़ जाती है. जब ऐसा होता है यानी उस व्यक्ति के शरीर को पर्याप्त ऑक्सिजन नहीं मिल रहा है. ऐसी स्थिति में ब्रेन शरीर को जागने का सिग्नल भेजता है और इस वजह से भी कई बार हमारी नींद रात में अचानक खुल जाती है.
क्यों कुछ लोग खर्राटे लेते हैं और कुछ लोग नहीं लेते हैं?
जिन लोगों के टॉनसिल, जीभ बड़े होते हैं या जिन लोगों की गरदन के आस-पास ज़्यादा वज़न होता है उन्हें खर्राटे आने की ज़्यादा संभावना होती है. नाक और जॉ का आकार भी खर्राटों की वजह हो सकता है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, 40% अडल्ट खर्राटे लेते हैं.
खर्राटों से निजात पाने के तरीके
1. अगर आपका वज़न ज़्यादा है तो तुरंत कसरत शुरू कीजिए.
2. एक बगल होकर सोने की कोशिश करें, पीठ के बल सोना कम करें.
3. Nasal Strips या External Nasal Dilator का इस्तेमाल करें.
4. सोने से पहले अल्कोहल का सेवन कम या न के बराबर करें.
5. स्मोकिंग बंद करिए.
6. बेडरूम की हवा में नमी रहनी चाहिए.
7. जीभ और थ्रोट की मांसपेशियों की एक्सरसाइज़
8. जैतून के तेल का सेवन
9. शहद-अदरक की चाय
खर्राटे लेने वाले घर के सदस्य या दोस्त तक ये लेख ज़रूर पहुंचाना.
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