आपके दोस्तों में कोई तो ऐसा ज़रूर होगा जो अपना पैर हिलाता होगा या फिर वो आप ख़ुद होंगे. आप सुन- सुनकर थक गए होंगे कि ‘ओये, पैर मत हिला’ मगर क्या करें…आदत से मजबूर हैं या ये कहें की साइंस ने मजबूर किया है.
पैर हिलाने की आदत को हमारे यहां भारत में बतमीज़ी मानी जाती है. अक्सर, अपनी मम्मी को टोकते सुना होगा कि पैर हिलाना गंदी बात है. कई जगह ऐसा माना जाता है कि पैर हिलाने से आपका धन और स्वास्थ्य दोनों चला जाता है. भारत की ही तरह जापान में भी पैर हिलाना बहुत ग़लत माना जाता है. जापान में पैर हिलाने की आदत को Bimbo Yusuri कहा जाता है.
ये भी पढ़ें: तीखा खाने के बाद क्यों निकलने लगता है कान से धुआं और बहने लगती है नाक?
हम अपना पैर आख़िरकार हिलाते ही क्यों हैं?
पैर हिलाने के कई कारण होते हैं. जब व्यक्ति बोर होता है तब भी पैर हिलाता है. आपने देखा होगा कि कई बार परीक्षा देते समय भी लोग अपना पैर हिलाते हैं ऐसा इसलिए क्योंकि उससे ध्यान बढ़ता है. स्ट्रेस कम करने के लिए भी लोग पैर हिलाते हैं.
इन सबके अलावा पैर हिलाना एक अवचेतन व्यवहार है. यह आदत मेडिकल टर्म में Restless Leg Syndrome (RLS) कही जाती है. जिसमें व्यक्ति को हर थोड़ी देर में पैर हिलाने की आदत पड़ जाती है.
ख़ैर, एक रिपोर्ट के हिसाब से पैर हिलाने से अच्छी-ख़ासी कैलोरी भी बर्न हो जाती है. तो भाई, दुखी न हो कुछ अच्छा भी है.
वैसे, पैर हिलाने से आपके शरीर को कोई नुक़सान नहीं होता है मगर हर चीज़ की अति हमेशा नुक़सान करती है. ठीक वैसे ही इसकी भी, यदि आपको अपनी इस आदत से दिक़्क़त होती है तो किसी डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें.