Land Of Spices: हमारे देश भारत के सोने की चिड़िया के नाम से भी जानते हैं, ये तो सबको पता ही है क्योंकि संस्कृति, परंपरा, रीति-रिवाज़ और खाना ये सब ही इसे सोने की चिड़िया बनाते हैं. हमारे देश में कोई बाहर से आता है तो वो यहां के चटपटे खाने से ख़ुश होकर ज़रूर जाता है. इस खाने को जो स्वादिष्ट बनाते हैं वो होते हैं यहां के मसाले और बनाने वाले का दिमाग़. भारत के घरों की रसोई में कुछ मिले न मिले मसालों से भरा मसालदान न हो ये तो हो नहीं सकता है. साथ ही, एक ख़ास बात ये है कि हर डिश बनाने का अपना अलग मसाला होता है इसीलिए पहली डिश दूसरी से स्वाद में अलग होती है.

Land Of Spices
चिकन मसाला, छोला मसाला, राजमा मसाला और न जाने कितने मसाले यही वजह है कि भारत को Land Of Spices भी कहते हैं. मसालों का इस्तेमाल तो जमकर होता ही है साथ मसालों का प्रोडक्शन भी इसे Land Of Spices बनाता है. भारत के खाने के दीवाने इतने हैं कि, यहां आने वाले अंग्रेज़ तक इसकी तारीफ़ करते हैं. उनसे अगर पूछा जाए कि भारत आपके लिए क्या है तो, सबसे पहले ज़ायका ही उनका भी जवाब होता है.

यहां ज़ायका हर चीज़ में है चाहे वो रिश्ते हों या खाना. यहां के खाने में खड़े मसालों का ज़्यादा इस्तेमाल होता है तभी यहां के खाने से ख़ुशबू भी अच्छी आती है. भारतीय मसाले अपने स्वाद के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाज़ारों में प्रसिद्ध हैं. भारत मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और आपूर्ति कर्ता है यही वजह इसे नम्बर 1 बनाती है.

पुराने समय में हमारे देश से ज़्यादातर व्यापार का एक बड़ा हिस्सा मसालों का ही होता था. समुद्र मार्ग के ज़रिए बड़े-बडे़ जहाज़ मसालों से भरकर विदेश जाया करते थे. ये सिलसिला आज भी जारी है. साल 2021-22 में भारत ने क़रीब 10.88 मिलियन टन मसालों का उत्पादन किया है. साथ ही दुनिया के सबसे अधिक मसाला एक्सपोर्टर्स भी हमारे देश में ही हैं.

इसके अलावा, 2021-22 के दौरान, भारत से निर्यात किया जाने वाला एकमात्र सबसे बड़ा मसाला मिर्च था, इसके बाद, स्पाइस ऑयल, Oleoresins, Mint Products, जीरा और हल्दी का स्थान था.

आपको बता दें, केरल में प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन होने के चलते इसे मसालों की भूमि के रूप में जाना जाता है क्योंकि यहां काली मिर्च, वेनिला, इलायची, लौंग, दालचीनी, अदरक और हल्दी आदि उगाए जाते हैं.