भारत में शराब (Liquor) के शौक़ीनों की कमी नहीं है. कुछ लोग तो इसकी लत में कुछ इस क़दर डूबे होते हैं कि उनके पास एडवांस में इसका स्टॉक रखा होता है. लॉकडाउन में इसका बेहतरीन उदाहरण देखने को मिला था, जब लोग शराब की दुकानें खुलने पर उसके बाहर लंबी-लंबी लाइनों में अपना स्टॉक जमा करने के लिए घंटों खड़े होने को भी तैयार थे. जिसे देखो, वो वाइन शॉप खुलने की ख़बर सुनकर फूला नहीं समा रहा था.  

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खैर अब उस बात को तो महीनों बीत चुके हैं, लेकिन अब वाइन शॉप की बात छिड़ी ही है, तो क्या कभी ख़ाली बैठे आपके दिमाग़ में ये सवाल कौंधा है कि शराब की दुकानों पर जब बियर,रम से लेकर सब कुछ मिलता है, तो आख़िर इसे वाइन शॉप ही क्यूं कहा जाता है? (Why Liquor Shops are called Wine Shops)

Why Liquor Shops are called Wine Shops

5000 वर्ष से भी पुराना है शराब का सेवन

शराब की दुकानों को वाइन शॉप क्यूं कहा जाता है. इसका उत्तर देने से पहले थोड़ा शराब के इतिहास में झांक लेते हैं. इसका पहले कब प्रयोग किया गया, इस बारे में इंसान को कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, मिले साक्ष्यों के आधार पर जो जानकारी मिलती है, उसे पता चलता है कि शराब का सेवन 5000 सालों से भी पुराना है. इसकी ख़ोज सबसे पहले अंगूर के प्रयोग से हुई थी. आज भी अंगूर से बनी शराब प्रचलन में है. बताया जाता है, प्राचीन काल में नशीले वनस्पति पदार्थों का प्रयोग करते करते इंसान ने शराब ख़ोज ली थी. 

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राजाओं के शासन के दौरान वाइन का होता था इस्तेमाल

पुराने वक़्त में राजाओं के शासन के दौरान बियर, व्हिस्की, या रम नहीं बल्कि वाइन सबसे ज़्यादा पी जाती थी. इसको शराब के रूप में ही पिया जाता था. तभी से सभी प्रकार की शराब को वाइन कहा जाने लगा, और इसलिए शराब की दुकानों को वाइन शॉप कहकर संबोधित किया जाता है.  

भारत के किन राज्यों में सबसे ज़्यादा होता है शराब का सेवन?

एक रिपोर्ट की मानें, तो साल 2022 में भारत में सबसे ज़्यादा शराब का सेवन करने वाले लोग छत्तीसगढ़ में हैं. यहां क़रीब 35.6 प्रतिशत लोग शराब का सेवन करते हैं. इसके अलावा त्रिपुरा में 34.7 प्रतिशत लोग शराब का सेवन करते हैं. वहीं, इसके बाद आंध्र प्रदेश, पंजाब, अरुणाचल प्रदेश और गोवा का नाम शामिल है. 

इकॉनोमिक रिसर्च एजेंसी आईसीआरआईईआर (ICRIER) और लॉ कंसल्टिंग फ़र्म पीएलआर चैंबर्स (PLR Chambers) की एक रिसर्च के मुताबिक़, भारत में सबसे अधिक शराब पीने वाले लोगों की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है. इसके बाद दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल है. वर्तमान में उत्तर प्रदेश की कुल जनसंख्या 24 करोड़ से अधिक है. इस हिसाब से यूपी में शराब पीने वालों की संख्या सबसे अधिक है. लेकिन कुल जनसंख्या के हिसाब से ये अन्य राज्यों के मुक़ाबले कम है.

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अब भाई, शराब का नाम जहां पर भी आ जाए, उस चीज़ को पढ़ने की जिज्ञासा ख़ुद ही अंदर से जाग उठती है. (Why Liquor Shops are called Wine Shops)