मां के हाथ खाना
सबकी ख़्वाहिश पूरी करने में लगी एक मम्मी क्या चाहती है किसी ने सोचा? उसके लिए क्या ज़रूरी है उसे भी उसके काम से छुट्टी देनी चाहिए?
किसी ने नहीं सोचा न सही, लेकिन हमने सोचा है और हम आपको बताएंगे कि ये क्यों ज़रूरी है? Marymount Manhattan College में मनोविज्ञान के एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ. Nava Silton ने बताया ‘Momcations’ यानि बच्चों के बिना वेकेशन कितना ज़रूरी है.
1. थकान और बर्नआउट को ख़त्म करने के लिए एक ब्रेक ज़रूरी है
Frontiers in Psychology में आए एक अध्ययन से पता चला है कि 12.9% मांओं को बर्नआउट का अनुभव होता है. इसके अलावा Child Abuse & Neglect Found में आई एक स्टडी के अनुसार, पैरेंट्स के बर्नआउट में नींद और जॉब पर असर पड़ता है. इसलिए भले ही एक बार लेकिन मांओं को छुट्टियों पर ज़रूर जाना चाहिए.
2. परिवार के लिए सही होता है
हर वक़्त मम्मी-मम्मी करने से बाकी लोगों के बारे में सोचना भूल ही जाते हैं. इसलिए अगर आप छुट्टी पर जाएंगी तो ये आपके बच्चे और परिवार के लोगों को आपस में टाइम बिताने का मौका मिलता है. इससे लोगों में एक-दूसरे पर विश्वास भी बढ़ता है.
3. बच्चों में ज़िम्मेदारी आती है
आपके बच्चे आपको याद ज़रूर करेंगे, लेकिन आपकी अनुपस्थिति उन्हें कम समय में बहुत कुछ सिखा देगी. इस दौरान वो ये समझेंगे कि वो अपने आप भी कुछ कर सकते हैं.
4. ब्रेक नहीं रिफ़्रेशमेंट है
Wisconsin Medical Journal के अनुसार, एक स्टडी में पता चला है कि जो महिलाएं साल में कम से कम दो बार छुट्टियां लेती हैं, उनमें तनाव, उदासी और थकान होने की संभावना कम होती हैं. जब आप अपने घर वापस आएंगी तो रिफ़्रेश और एनेर्जेटिक महसूस करेंगी.
5. अपने में कुछ नया तलाश पाएंगी
जब आप चौबीसों घंटे एक ही घर में बिता देती हैं तो आप कुछ भी नया न तो सोच पाती हैं और न ही अपने में कुछ बदलाव कर पाती हैं. इसलिए जब आप एक ट्रिप पर जाती हैं तो कुछ नया सीख पाती हैं. जो आपको क्रिएटिव, तनाव मुक्त, आत्मविश्वासी और मज़बूत बनाता है.
6. आप ख़ुद से मिल पाएंगी
जब आप एक मां बन जाती हैं, तो आपका सारा समय बच्चों की देखभाल में निकल जाता है. उस बीच आप ख़ुद को भूल जाती हैं. ये ट्रिप आपको ख़ुद से मिलवाएगी.
अब फ़टाफ़ट मम्मी को किचन में नहीं, बल्कि कुछ दिन के लिए ट्रिप पर भेजिए. Lifestyle से जुड़े आर्टिकल ScoopwhoopHindi पर पढ़ें.