दिनभर की भागा-दौड़ी के बाद, आप देर रात बिस्तर पर लेटते हैं. आप नींद की आगोश में समाना शुरू ही करते हैं कि अचानक आपको एहसास होता है कि आप कहीं से गिर रहे हैं और एक झटके से आपकी नींद खुलती है.
क्यों? महसूस किया है न ऐसा? नींद खुलने के बाद Emotions की ऐसी बाढ़ सी आती है कि उसे शब्दों में लिखना मुश्किल है. मतलब आपको ख़ुशी होती है कि आप गिरे नहीं, आपके दिमाग़ में सवाल आता है कि ‘आख़िर हुआ क्या?’ वापस से नींद कैसी आयेगी…वगैरह वगैरह

Hypnic Jerk
सोते-सोते झटके से उठने को Hypnic Jerk कहते हैं. इसे Hypnagogic Jerk भी करते हैं, हालांकि Hypnagogic Jerk से लोगों की नींद नहीं खुलती.
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, Hypnic Jerks, Myoclonus नामक Involuntary Muscle एक्शन हैं. हिचकिचयां भी इसी श्रेणी में आती हैं.

Sleep.org की रिपोर्ट के अनुसार, 70% लोगों ने अपनी ज़िन्दगी में Hypnic Jerk अनुभव किया है. ये कोई क्षति नहीं पहुंचाते.
क्यों महसूस करते हैं Hypnic Jerk?
Hypnic Jerk अनुभव करने के पीछे कई कारण हैं. Caffeine का ज़्यादा सेवन करने वाले, अत्यधिक Emotional Stress से गुज़र रहे, अनिद्रा का शिकार और ज़्यादा Physical Activity करने वाले लोगों को Hypnic Jerk अनुभव होने की ज़्यादा संभावना होती है.

चिंता का विषय नहीं
Hypnic Jerks कोई ख़तरे की घंटी नहीं हैं तब तक, जब तक ये आपके स्लीप साइकिल को प्रभावित न करें. अगर आप ज़्यादा Hypnic Jerks अनुभव करते हैं तो डॉक्टर के पास जाने में ही समझदारी है.
पेशकश कैसी लगी कमेंट बॉक्स में बताइए.
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