
1. हेमलॉक

हेमलॉक या कोनियम यूरोप और दक्षिण अफ्रीका का एक अत्यधिक ज़हरीला फूल वाला पौधा है. ये प्राचीन यूनानियों के बीच लोकप्रिय था, जिन्होंने इसका इस्तेमाल वो कैदियों को मारने के लिए करते थे. एक वयस्क के लिए 100 मिलीग्राम कोनियम या पौधे की लगभग 8 पत्तियां ही जान लेने के लिए काफ़ी हैं. इसके संपर्क में आने से आप शरीर निष्क्रिय पड़ जाता है. माना जाता है कि इसी ज़हर से महान दार्शनिक सुकारात की मौत हुई थी.
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2. एकोनाइट

एकोनाइट मौंकशुड पौधे से आता है. इसे वुल्फस्बेन के रूप में भी जाना जाता है. ये ज़हर इनता ख़तरनाक है कि बिना दस्ताने पहने पौधे की पत्तियों को छूने पर भी इंसान की जान जा सकती है. क्योंकि ये बहुत जल्दी और आसानी से अवशोषित हो जाता है. कहते हैं सम्राट क्लॉडियस को उसकी पत्नी ने यही ज़हर देकर मारा था.
3. बेलाडोना

4. डाइमिथाइलमेरकरी

5. टेट्रोडोटॉक्सिन

6. पोलोनियम

पोलोनियम एक रेडियोधर्मी ज़हर है, जिसका कोई इलाज नहीं है. वाष्पीकृत पोलोनियम का एक ग्राम कुछ ही महीनों में लगभग 15 लाख लोगों की जान ले सकता है. पोलोनियम विषाक्तता का सबसे प्रसिद्ध मामला पूर्व रूसी जासूस अलेक्जेंडर लिट्विनेंको का है. उनके चाय के प्याले में पोलोनियम पाया गया था.
7. मरक्यूरी

मरक्यूरी यानि पारे के तीन रूप होते हैं जो बेहद खतरनाक हैं. एलिमेंटल पारा वो है जिसे आप ग्लास थर्मामीटर में देखते हैं, अगर इसे छुआ जाए तो ये हानिकारक नहीं है, लेकिन सांस लेने पर घातक है. अकार्बनिक पारा बैटरी बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है, और केवल निगलने पर ही घातक होता है. और अंत में, कार्बनिक पारा मछली में पाया जाता है, जैसे ट्यूना और स्वोर्डफ़िश. इसका लंबे समय तक सेवन करना जानलेवा होता है.
8. सायनाइड

9. बोटुलिनम टॉक्सिन

बोटुलिनम ज़हर के संपर्क में आने वाले का अगर तुरंत इलाज न किया जाए, तो उसकी मौत हो जाएगी. ये अब तक मिले सबसे ख़तरनाक ज़हरों में से एक है. इस ज़हर से मांसपेशियां निष्क्रिय हो जाती हैं और इंसान सांस नहीं ले पाता. इसका ज़हर दूषित खाने और खुले घाव से भी शरीर में प्रवेश कर जाता है. 70 किलो के आदमी को मारने के लिए आपको सिर्फ़ 0.00007 मिलीग्राम की ज़रूरत पड़ेगी. बता दें, लोग अपने चेहरे पर जिस बोटॉक्स इंजेक्शन को लगाने के लिए भारी मात्रा में पैसा ख़र्च करते हैं, वो दरअसल बॉटुलिनम टॉक्सिन है. बॉटुलिनम टॉक्सिन का इस्तेमाल कई तरह की स्वास्थ्य दिक्कतों को दूर करने के लिए किया जाता है.
10. आर्सेनिक

आर्सेनिक को ‘ज़हर का राजा’ कहा जाता है. आर्सेनिक का कोई नुकसान दिखाई नहीं देता, लेकिन इसकी विषाक्तता कैंसर, पीलिया, चेचक और त्वचा रोग पैदा करने के लिए काफ़ी है. इसके ज्यादा इस्तेमाल से कुछ ही घंटों में मौत हो जाती है. पहले ज़माने में ये हत्या करने सबसे आसान हथियार बन गया था. क्योंकि मरने के बाद मौत का कारण पता नहीं चल पाता. नेपोलियन बोनापार्ट, इंग्लैंड के तीसरे जॉर्ज और साइमन बोलिवार जैसी महान हस्तियों की मौत का ज़िम्मेदार आर्सेनिक को ही बताया जाता है.आर्सेनिक ब्यूटी प्रोडेक्ट के रूप में भी उपयोग किया जाता रहा है.