केरल घूमने के लिए वैस तो आपके पास कई वजहें होंगी. लेकिन एक वजह और है, जिसके बारे में शायद ही आपको पता होगा. ये है जटायु अर्थ सेंटर, जहां पर किसी पक्षी की विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा मौजूद है. ये प्रतिमा रामायण के एक अमह पात्र जटायु को समर्पित है. आइए इस पार्क के बारे में विस्तार से जानते हैं.

जटायु अर्थ सेंटर/पार्क को बनाने का श्रेय फ़िल्मकार राजीव अंचल को जाता है. उन्होंने ही इस पार्क को बनाने की योजना बनाई थी. इसे बनाने का सपना इन्होंने अपने कॉलेज के समय में देखा था. तब कॉलेज को उनका आइडिया पसंद, तो आया था लेकिन ये सपना साकार न हो सका. लेकिन बाद में केरल सरकार को उनका ये प्रस्ताव पसंद आ गया और साल 2008 में इस पर काम शुरू हो गया.

इसे बनने में 10 साल लग गए थे. अब ये केरल का फ़ेमस टूरिस्ट स्पॉट बन चुका है. ये नेशनल पार्क उसी जगह पर बनाया गया है, जहां पर त्रेता युग में जटायु ने रावण का सामना किया था. वर्तमान में ये जगह केरल के कोल्लम ज़िले के चदयामंगलम गांव के नाम से जानी जाती है.
ये है जटायु की कहानी

त्रेता युग में जब रावण सीता को अगवा कर ले जा रहा था, तब उसका सामना जटायु नाम के पक्षियों के राजा से हुआ था. रावण ने जटायु के पर काट दिए थे, जिसके कारण वो उन्हें रोक नहीं पाए. बाद में जब भगवान राम और लक्ष्मण सीता को तलाशते हुए यहां पहुंचे, तो उन्होंने ही रावण द्वारा सीता के अगवा किए जाने की ख़बर राम को दी थी.
इसके बाद जटायु ने अपने प्राण त्याग दिए थे. लक्ष्मण ने उनका अंतिम संस्कार किया था. तभी से ही केरल की ये जगह काफ़ी फ़ेमस है. यहां पर एक मंदिर भी बना है, जो जटायु को समर्पित है.

मगर राजीव अंचल ने इस नेशनल पार्क को किसी ख़ास धर्म को न समर्पित करते हुए एक पक्षी को डेडीकेट किया है. एक ऐसे पक्षी के लिए जिसने एक महिला को बचाने के लिए अपने प्राण त्याग दिए थे. उनका कहना है कि ये पार्क सभी धर्म के लोगों के लिए है.
जटायु की ये प्रतिमा 200 फ़ीट की है. 75 एकड़ में फैले इस पार्क को 1000 फ़ीट की ऊंचाई पर बनाया गया है. लिफ़्ट से इसके अंदर जाकर आप ऊंचाई से बाहर का नज़ारा भी देख सकते हैं. यहां पर एक म्यूजियम भी है, जिसमें 10 मिनट की फ़िल्म की मदद से लोगों को जटायु के बारे में बताया जाता है.

यहां पर एडवेंचर और मनोरंजन के लिए भी लोग आते हैं. यहां पर लोग Rock Climbing, Rappelling, Paintball और Rifle Shooting का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं. इसके पास में ही एक आयुर्वेदिक सेंटर और एक रिसॉर्ट भी है.
इस बार केरल जाना, जटायु अर्थ सेंटर ज़रूर हो आना.