रिसर्च के अनुसार, आपके चेहरे की बनावाट आपकी हैसियत बता सकती है. यहां हैसियत पैसों और जीवन में तरक्की पाने की है कि आप कितनी जल्दी तरक्की पा सकते हैं. व्यक्ति के चेहरे की बनावट से लोग बता सकते हैं कि कौन अमीर है और कौन गरीब. जो चेहरे से अमीर दिखते हैं, उन्हें इंटरव्यू या प्रमोशन में खास दिक्कत नहीं होती और वो जीवन में जल्दी कामयाबी हासिल करते हैं.

Journal of Personality and Social Psychology में Toronto University के Thora Bjornsdottir और Professor Nicholas Rule की रिसर्च छपी है, जिसमें लिखा है कि, ‘आपके चेहरे पर कुछ ऐसा ठोस होता है, जो आपकी सोशल क्लास की तरफ़ इशारा करता है.’

Imotions

आपके चेहरे का प्रभाव लोगों के दिमाग में आपकी पहली छवि बनाता है. ये प्रभाव आपकी आगे की बातचीत या अवसरों को तय करती है.

इस रिसर्च के लिए रिसर्चर्स ने कुछ लोगों को इकट्ठा कर दो टीम बना दी. इन्होंने तय कर दिया कि किसी परिवार की औसत इंकम £57,000 यानि 4738524 रुपये है. इसके अलावा जिनकी आय £46,000 यानि 3825115 रुपये से कम है, वो ग़रीब हैं और जिसकी आय £77,000 यानि 6402642 रुपये से ज़्यादा है, वो अमीर हैं.

इसके बाद उन्होंने एक टीम के लोगों को अमीरी और गरीबी के​ हिसाब से बांट दिया और उनकी तस्वीरें लीं. तस्वीर लेते वक़्त उनके चेहरे पर कोई भाव नहीं थी. इसके बाद सब तस्वीरों को चार भाग में बांट दिया गया. फिर दूसरी टीम के लोगों से कहा गया कि इनमें से अमीर ग्रुप और ग़रीब ग्रुप को पहचाने.

रिसर्च में अधिकतर लोगों ने सही जवाब दिया. इस रिसर्च में 18 से 22 साल के लोगों को लिया गया था, जिन्हें माना जाता है कि उन्होंने अपने जीवन में हर तरह का वक़्त देख लिया है और उनके चेहरे की बनावट वैसी ही बन जाती है. इसके बाद कोई भी ये बता सकता है कि वो किस सोशल क्लास से आता है.

चेहरे की बनावट से आप उसकी अमीरी या ग़रीब का अंदाज़ा तभी लगा सकते हैं, जब उसके चेहरे पर कोई भाव न हो. अगर वो हंस रहा है, तो लोग मान लेते हैं कि वो समृद्ध और खुश है.

रिसर्चर्स कहते हैं कि आपको जीवन के इमोशंस आपके चेहरे पर 18 से 22 साल की उम्र तक दिखने लगते हैं. आप परेशान रहते हैं ,तो वो भी और खुश रहते हैं तो वो भी.

दूसरी टीम के जवाब इस बात भी निर्भर कर रहा था कि उन्होंने तस्वीर कितनी देर तक देखी है या लोगों का जेंडर क्या है.

विज्ञान में इसे Nonverbal Behaviour कहते हैं. हमारे दिमाग में एक तरह के न्यूरॉन होते हैं जो खासतौर पर चेहरे को पहचानने का काम करते हैं. चेहरा ही पहली चीज़ है, जो किसी से पहली बार मिलने पर आप नोटिस करते हैं. हम बादलों में, दीवारों पर चेहरे बनते देख लेते हैं. ये काम हमारा दिमाग बेहतर करता है.

ऊपर वाली तस्वीर में ग्रुप C अमीर है और ग्रुप D ग़रीब है.नीचे वाली तस्वीर में ग्रप A अमीर है और ग्रुप B ग़रीब है.