देश में जारी लॉकडाउन के बीच यूपी के अंबेडकर नगर ज़िले में एक SHO की विदाई चर्चा का विषय बन गई है. बसखारी थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह की विदाई के दौरान बसखारी थाने में 100 से अधिक लोगों की भीड़ जुटी. इस दौरान लॉकडाउन के नियम-क़ानून को ताक पर रखकर दर्जनों गाड़ियों के साथ जुलूस निकाला गया.

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हैरानी की बात तो ये रही कि SHO मनोज कुमार सिंह के इस शाही विदाई जुलूस के काफ़िले में इमरजेंसी सर्विस की गाडी ‘112’ भी शामिल थी. एसओ का विभिन्न मार्गों पर बीच सड़क पर फूल मालाओं से लादकर गर्मजोशी से हुए स्वागत भी हुआ. इस दौरान कोई भी पुलिसकर्मी मास्क पहने नज़र नहीं आया. पुलिस कर्मियों सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां भी उड़ाई. 

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मामले को बढ़ता देख अंबेडकर नगर के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने कानून उल्लंघन के मामले में SHO मनोज सिंह को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही 10 अन्य पुलिस कर्मियों प्रत्यूष सिंह, अमृत सिंह गुर्जर, जौहर अली, रामबली, विनय यादव, उपेन्द्र मोहन, आलोक सिंह, अभिषेक सिंह, अमित मौर्या और दीपक यादव को भी निलंबित किया कर दिया है. 

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क्या है पूरा मामला? 

दरअसल, अंबेडकर नगर के टांडा से भारतीय जनता पार्टी की विधायक संजू देवी ने अवैध वसूली के आरोप में बसखारी के थानाध्यक्ष मनोज सिंह पर कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद मनोज सिंह का तबादला जैतपुर थाने में कर दिया गया था. इसके बाद बुधवार को बसखारी थाना से अपनी रवानगी करते समय मनोज सिंह ने 4 दर्जन से अधिक पुलिस कर्मियों व 1 दर्जन गाड़ियों के साथ शाही जुलूस निकाला था.

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जैतपुर थानेदार मनोज कुमार सिंह के इस शाही अंदाज़ में निकले काफ़िला को देखकर लोगों ने इसका वीडियो बना लिया. वीडियो में देखा जा सकता है कि थानेदार किसी प्राइवेट लग्ज़री गाड़ी में बैठकर लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाते नज़र आ रहे हैं. 

अब इस मामले में महामारी एक्ट के प्रावधान का उल्लंघन करने के आरोप में सभी पुलिस कर्मियों के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज किया गया है.