कहते हैं कि जब किसी पर ज़्यादा ग़ुस्सा आये, तो उसे दो-चार गाली सुना कर मन की भड़ास निकाल दो. इसलिये कई बार ग़ुस्से में लोगों के मुंह से गंदी-गंदी गालियां निकल जाती हैं. एक रिसर्च कहती है कि एक आदमी अपनी लाइफ़ औसतन का आधे से ज़्यादा समय गाली देने में ज़ाया करता है. वैसे तो गाली देना कोई अच्छी बात नहीं, पर कई मौक़े ऐसे आते हैं जब इंसान का अपनी ज़ुबान पर कंट्रोल नहीं रहता और वो सामने वाले को कुछ गंदा कह जाता है.

अगर आप सोचते हो कि ऐसा सिर्फ़ आपके साथ होता है, तो टेंशन मत लीजिये. गाली दुनिया का हर बंदा देता है. फिर चाहे वो अभिनेता हो या नेता. ये बात तब याद आई जब सुबह-सुबह हमने माननीय मुख्मंत्री योगीजी को एक रिपोर्टर को गाली देते हुए सुना. लोग उन्हें काफ़ी ट्रोल कर रहे हैं, लेकिन ऐसा पहली बार तो नहीं है. योगीजी से पहले भी कई नेताओं की ज़ुबान फिसली है. 

1. राम नरेश रावत  

2019 की बात है जब बीजेपी विधायक राम नरेश रावत का ऑडियो ख़ूब वायरल हुआ था. ऑडियो में उन्हें एक दरोगा को थाने में घुसकर पीटने की धमकी देते हुए सुना गया. मंत्रीजी का ग़ुस्सा शांत नहीं हुआ, तो उन्हें धीरे से एक-दो गाली भी दे डाली.  

2. सरेंद्र सिंह 

उत्तर प्रदेश के बीजेपी विधायक भी अपना आपा खो कर तहसीलदार को गाली दे चुके हैं. नेता जी ने पहले तहसीलदार को देख लेने की धमकी दी. इसके बाद गाली भी सुना दी.

3. सोमनाथ भारती 

आम आदमी पार्टी के विधायक भी कम गु़स्सैल नहीं हैं. सुदर्शन टीवी पर एक महिला एंकर को इंटरव्यू देते हुए उसे अपशब्द कह गये. न… जी… न इतने समझदार लोगों से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती है.  

4. अरविंद केजरीवाल  

दिल्ली के पूर्ण राज्य की मांग करते-करते अनशन के दौरान सीएम केजरीवाल भी कुछ-कुछ अपशब्द कह गये हैं. बात ज़्यादा बढ़ा-चढ़ा कर बताने वाली बात भी नहीं है, लेकिन ज़ुबान तो फ़िसली है.  

5. अधीर रंजन चौधरी

2019 में लोकसभा में अपनी बात कहते-कहते कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी को गंदा नाला कह डाला था. बैर अपनी जगह है, लेकिन यूं किसी को गंदा नाला कहना ठीक नहीं है.  

6. राजीव त्यागी 

‘मॉब लिंचिंग’ पर आयोजित टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता राजीव त्यागी ने एंकर अमिश देवगन को एक बार नहीं, बल्कि बार गाली देकर चुप कराने की कोशिश की. 

7. अनंत सिंह

निवेदन है कि विधायक अनंत सिंह की बातों को ईयरफ़ोन लगा कर सुनें.

8. गुलाबचंद कटारिया

गुलाबचंद कटारिया राजस्थान बीजेपी के बड़े नेता हैं और देखिये ये पत्रकारों के साथ किस तरह से बात रह रहे हैं.

9. सतपाल सिंह सत्ती 

हिमाचल प्रदेश के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने राहुल गांधी के ख़िलाफ़ ग़लत भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें मां की गाली दी. 

देखिये ये बात तो सच है कि ग़ुस्से में हर इंसान गाली देता है, लेकिन हमारे माननीय नेता लोग देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसलिये इन्हें सरेआम इस तरह की भाषा का उपयोग करते हुए देखना अच्छा नहीं लगता है. हंसने वाले इनकी गालियां सुन कर हंस सकते हैं, लेकिन इसमें हंसने जैसी कोई बात नहीं है. अपनी ज़ुबान पर कंट्रोल रखना आना चाहिये.