नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शनों ने ज़ोर पकड़ लिया है. उत्तर भारत से शुरू हुआ ये विरोध अब पूरे देश में फैल गया है.


बीते गुरुवार, को देश के अलग-अलग शहरों में पार्टियों, आम जनता ने CAA के ख़िलाफ़ विरोध करने की कोशिश की. दिल्ली के कई इलाकों, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक में धारा-144 लगाई गई. इसके बावजूद कई आम लोग, बुद्धिजीवी सड़कों पर उतरे और पुलिस ने उठा ले गई.  

दिल्ली में क्या हुआ 


दिल्ली मेट्रो के कई मेट्रो स्टेशन सुबह से बंद रखे गये, जिन्हें देर शाम खोल दिया गया. एहतियात बरतते हुए दिल्ली के कई इलाकों में मोबाईल इंटरनेट सेवा भी बंद की गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक़, शुक्रवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के 14 में से 12 स्टेशन्स में धारा 144 लगी रहेगी. ड्रोन्स द्वारा दिल्ली पुलिस शहर की निगरानी कर रही है. 

विरोध की इस आग के बीच उम्मीद की किरण जगाती कुछ तस्वीरें और वीडियो भी सामने आये. जंतर-मंतर के पास छात्र-छात्राएं दिल्ली पुलिस को गुलाब देते नज़र आए. 

The Hindu
Rediff

उत्तर प्रदेश में क्या हुआ


देश के कई हिस्सों में CAA के ख़िलाफ़ विरोध ने आक्रामक रूप ले लिया. लखनऊ में उपद्रवियों ने गाड़ियां और पुलिस चौकी फूंक डाली. यहां पुलिस और उपद्रवियों के बीच भिड़ंत में एक व्यक्ति की जान चली गई.  

India Today
Jansatta

एडिशनल चीफ़ सेक्रेटरी होम, अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि लखनऊ में 21 दिसंबर, दोपहर 12 बजे तक मोबाईल इंटरनेट और एसएमएस सुविधाएं बंद रहेंगी. 

पत्रकार, पीयूष के एक ट्वीट के मुताबिक़, लखनऊ, मेरठ, मुज़्फ़्फ़रनगर, शामली, सहारनपुर, आगरा, बरेली, संभल और अलिगढ़ में कर्फ़्यू लगाया गया है. 

उत्तर प्रदेश के कई इलाकों, गाज़ियाबाद, पिलीभीत में इंटरनेट सुविधाएं बंद की गई हैं. 

गुजरात में क्या हुआ 


वहीं अहमदाबाद में इससे ज़्यादा चौंकाने वाली तस्वीरें और वीडियो सामने आई. यहां उन्मादी भीड़ ने पुलिसवालों को कॉर्नर करके उन पर पथराव किया. स्थानीय निवासियों ने जैसे-तैसे उन्हें वहां से बाहर निकाला. 

वहीं एक अन्य वीडियो में एक पुलिस वाला भागते-भागते गिर गया और भीड़ ने उसे भी बुरी तरह पीटा. 

अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर, आशीष भाटिया ने बताया कि अहमदाबाद के शाह आलम क्षेत्र में हुए उपद्रव में 32 लोगों को डिटेन किया गया है, एफ़आईआर हो रही है. इस हिंसा में 19 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. 

कर्नाटक में क्या हुआ 


मेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन में हिंसा भड़की और इस हिंसा में 2 लोगों की जान चली गई. 

कर्नाटक के गृह मंत्री, बसवाराज बोम्मई ने पत्रकारों से कहा कि मेंगलुरू में भड़की हिंसा में केरल के लोगों का हाथ है जो बीते 4 दिनों से इसकी प्लांनिंग कर रहे थे. 

मेंगलुरू सिटी पुलिस कमीश्नर, पी.एस. हर्षा ने बताया कि 22 दिसंबर मध्यरात्रि तक पूरे मेंगलुरू शहर में कर्फ़्यू लगाया गया है. 

मेंगलुरू ज़िला और दक्षिण कन्नाडा ज़िले में 48 घंटों के लिए इंटरनेट सुविधाएं बंद कर दी गई हैं. 

मेंगलुरू से कुछ अति संवेदनशील वीडियो सामने आये हैं जिसमें पुलिस अस्पताल में घुसी नज़र आ रही है और लोग भागते नज़र आ रहे हैं. 

बेंगलुरु सिटी के कमिश्नर ऑफ़ पुलिस, भास्कर राव ने जानकारी दी कि शुक्रवार को भी शहर में धारा 144 लगी रहेगी. 

मध्य प्रदेश में क्या हुआ 


गुरुवार को मध्य प्रदेश के 44 ज़िलों में धारा 144 लगाई गया. 

विरोध प्रदर्शन में अब हुई मृत्यु 


एक ट्वीट के मुताबिक़, नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन में अब तक इन लोगों की जान गई है.

दिपांजल दास, असम
सैम स्टाफ़ॉर्ड, असम
अब्दुल अमीन, असम
ईश्वर नायक, असम
अज़ीज़ुल हक़, असम
मोहम्मद वक़ील, उत्तर प्रदेश
नौशीन, कर्नाटक
जलील, कर्नाटक