लखनऊ पहली बार ‘गुड़ महोत्सव’ की मेज़बानी करने वाला है. उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग ने फ़रवरी में इसका आयोजन करने का फ़ैसला किया है. इस महोत्सव में गुड़ की ब्रैंडिंग और उससे जुड़े उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा. यूं तो इस महोत्सव का आयोजन पिछले साल ही होना था, लेकिन तब कोरोना वायरस के चलते इसे स्थगित करना पड़ गया था.

बता दें, सरकार का उद्देश्य गन्ना किसानों की आय बढ़ाना है. इसी उद्देश्य से गुड़ महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. आयोजन में राज्यभर के प्रगतिशील गन्ना किसानों को आमंत्रित किया जाएगा. इसमें कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के कई विशेषज्ञ उत्पादक भी हिस्सा लेंगे.

महोत्सव में गुड़ की चाकलेट से लेकर मिठाई, कैंडी, खीर आदि उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा. ‘भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद’ और ‘गन्ना अनुसंधान संस्थान’ ने मिलकर अलग-अलग फ्लेवर में चॉकलेट और दूसरे उत्पाद तैयार किए हैं. सरकार का मक़सद किसानों की आय बढ़ाना है. यही वजह है कि इन उत्पादों को प्रदर्शन के साथ ही बिक्री के लिए भी रखा जाएगा.   

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अवध और पूर्वांचल क्षेत्र के किसानों को मिलेगा बढ़ावा

‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रॉडक्ट’ योजना के तहत गुड़ के लिए मुजफ़्फ़रनगर और अयोध्या को ख़ास तौर पर शामिल किया गया है. दोनों ज़िलों का गुड़ ओडीओपी योजना में शामिल है. रिपोर्ट के अनुसार, इस महोत्सव से अवध और पूर्वांचल क्षेत्र के किसानों को भी बढ़ावा मिलेगा. अयोध्या से सटे बस्ती, अवध और पूर्वांचल के गन्ना उत्पादक और जिले के गन्ना किसान भी इससे फ़ायदा उठा सकेंगे. वो भी गुड़ के अन्य प्रसंस्कृत उत्पादों के बारे में जानेंगे और ऐसा करने के लिए प्रेरित होंगे.

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पोषक तत्वों से भरपूर है गुड़

विशेषज्ञों के अनुसार, गुड़ बेहद गुणकारी होता है. औषधीय गुणों समेत ये एनर्जी का भी अच्छा स्त्रोत है. इसमें शरीर के लिए ज़रूरी कई पोषक तत्व जैसे आयरन, कैल्शियम, फ़ास्फोरस समेत विटामिन A और B भी भरपूर मात्रा में मिलते हैं. जरूरत के हिसाब से इसे विटामिन्स से फोर्टिफाइड कर कुपोषण भी दूर किया जा सकता है.