25 मार्च, 2019 में तमिलनाडु के कोयंबटूर ज़िले के पन्नीरमाई गांव में 7 साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या कर दी गयी थी. इस दौरान पड़ोस में ही रहने वाले संतोष कुमार ने कथित रूप से बलात्कार के बाद हत्या कर उसका शव कचरे के डिब्बे में फेंक दिया था.  

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न्यूज़ एजेंसी भाषा के मुताबिक़, इस दौरान बच्ची के हाथ-पांव बंधे पाए गए थे और उसके शरीर पर चोट के कई निशान भी मिले थे. इस मामले में पुलिस ने 31 मार्च 2019 को आरोपी संतोष कुमार को गिरफ़्तार किया था.  

इस मामले में 27 दिसंबर 2019 को कोयंबटूर ज़िले की विशेष अदालत ने 7 वर्षीय बच्ची जयाप्रिया से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के मामले में 34 वर्षीय आरोपी संतोष कुमार को मौत की सजा सुनाई थी.  

इस दौरान न्यायाधीश जे. राधिका ने कहा था कि, अभियोजन पक्ष ने संतोष कुमार के ख़िलाफ़ लगाए गए आरोपों को साबित कर दिया है उन्हें तीन मामलों POCSO अधिनियम और आईपीसी के तहत बलात्कार, हत्या और सबूत नष्ट करने का दोषी पाया गया है.  

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कोर्ट ने आरोपी संतोष कुमार को नाबालिक लड़की के साथ रेप के बाद उसकी हत्या करने के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा और 1000 रुपए क जुर्माना जबकि सबूत नष्ट करने का दोषी पाते हुए 7 साल सश्रम कारावास और 1000 रुपए का जुर्माना लगाया था. कोर्ट ने राज्य सरकार को पीड़िता के परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने का आदेश भी दिया है.  

इस घटना को 1 साल से अधिक समय हो गया है, लेकिन वो ख़ौफ़नाक घटना आज भी लोगों के रौंगटे खड़े कर देती है. आरोपी जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है.  

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आज अचानक से ट्विटर पर #JusticeForJayarajandBennicks के बाद डेढ़ साल से अधिक पुराने इस मामले में #JusticeforJayapriya ट्रेंट करने लगा. इस दौरान लोग जयाप्रिया को न्याय दिलाने की मांग कर रहे थे.