दिल्ली के बुराड़ी केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस केस में रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस इसे ‘मास सुसाइड’ मान रही है जबकी मृतकों के रिश्तेदार इसे हत्या क़रार दे रहे हैं.

11 मौतें, 11 पाइप, 11 डायरी, रोज़ नए एंगल इस केस की गुत्थी को और उलझाते जा रहे हैं.

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पुलिस को मिले नोट्स में से एक में ये भी लिखा हुआ था कि 11 लोगों की आंखें दान कर दी जानी चाहिए.

अभी तक हुई जांच में अंधविश्वास को ही इस मास सुसाइड की वजह बताया गया. पड़ोसियों के घर से हासिल किए गए सीसीटीवी फ़ुटेज ने जांच को नई दिशा दी और इस बात के सुबूत मिले कि मृतकों में से 2 महिलाएं स्टूल और 2 बच्चे केबल लेकर आए थे.

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HT में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने ये कहा है कि 11 मेंम्बरों द्वारा किया गया कृत्य 7 दिन के ‘धन्यवाद ज्ञापन समारोह’ का ही हिस्सा था. मृत्यु कहीं से भी ‘कर्मकांड’ (योजना) का हिस्सा नहीं थी.

पूरे परिवार को यकीन था कि वो अनुष्ठान के बाद ज़िन्दा बच जाएंगे.

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पुलिस ने ये भी बताया कि भाटिया परिवार के छोटे बेटे, ललित ने ही पूरे परिवार को ‘अनुष्ठान’ का हिस्सा बनने के लिए राज़ी किया था. ललित की इंटरनेट हिस्ट्री की जांच में पता चला है कि उसे YouTube पर भूतिया और पैरानॉर्मल घटनाओं के वीडियोज़ देखने पसंद थे.

बुराड़ी के बाशिंदे अब इस कशमकश में हैं कि उस घर का क्या किया जाए.