लॉकडाउन में लोगों के साथ नए-नए तरीकों से ठगी हो रही है. ठगी का एक ऐसा ही मामला मुंबई से सामने आया है. यहां एक शख़्स 400 रुपये के भुजिया के पैकेट्स की डिलिवर न होने पर परेशान हो गया. इन्हें ट्रैक करने के चक्कर में वो 2.25 लाख रुपये गंवा बैठा.
दरअसल, हुआ यूं कि बोरिवली के रहने वाले एक बिज़नेस मैन ने ऑनलाइन कुछ ग्रोसरी मंगाई थी. जब उनका सामान घर पहुंचा तो इसमें 400 रुपये के दो भुजिया के पैकेट नहीं थे. इसकी शिकायत करने के लिए उसने गूगल से कंपनी का हेल्पलाइन नंबर निकाला.

ये हेल्पलाइन नंबर नकली था, जिसे साइबर फ़्रॉड करने वाले लोगों ने बदल दिया था. उसने जब नंबर पर कॉल किया, तो उन्होंने बड़ी ही चालाकी से बिज़नेस मैन से ऑर्डर ट्रैक करने के बहाने डेबिट कार्ड की पूरी डिटेल्स जान ली. सबकुछ जानने के बाद उनसे मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी भी मांग लिए.
इस पूरी घटना के कुछ देर बाद उनके पास 4 मैसेज आए. इनमें उनके अकाउंट से 2.25 लाख रुपये निकाले जाने की जानकारी थी. 2 अप्रैल को इस शख़्स ने साइबर क्राइम सेल में एफ़आईआर दर्ज करवाई. फ़िलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस बारे में बात करते हुए महाराष्ट्र साइबर पुलिस के डिप्टी इंस्पेक्टर हरीश बैजल ने कहा- ‘लॉकडाउन के इन दिनों में इस तरह के मामलों की बढ़ोत्तरी हुई है. लोगों को सतर्क रहना चाहिए. हम भी समय-समय पर अपने ट्विटर हैंडल पर लोगों को जागरुक करते रहते हैं.’

उन्होंने बताया कि ठगी करने वाले शख़्स ने इनके डेबिट कार्ड और अकाउंट की सारी डिटेल ले ली. इसके बाद उसने शिकायत कर्ता से मिले CVV, UPI पिन और OTP जैसी जानकारी की मदद से एक यूपीआई अकाउंट बनाया. इसके बाद वो उसके अकाउंट के सारे पैसे उड़ाने में कामयाब हो गया है.

साइबर पुलिस और बैंक वाले हमेशा लोगों को किसी से भी अपने बैंक अकाउंट/डेबिट कार्ड से जुड़ी जानकारी साझा करने से मना करते रहते हैं. मगर फिर भी लोग लापरवाही करते हैं और ठगों के चंगुल में फंस जाते हैं.
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