छी… यार… ये कैसे समाज का हिस्सा हैं हम! 

कभी-कभी कुछ ख़बरें पढ़ने के बाद दिल से यही शब्द निकलता है न. आसिफ़ की कहानी भी ऐसी है. पिछले कुछ दिनों से आसिफ़ नामक लड़के का वीडियो सोशल मीडिया पर इधर से उधर घूम रहा है.  

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इस वीडियो को जितनी बार देखो बस यही लगता है कि इंसान दिन पर दिन शैतान बनता जा रहा है. आसिफ़ वही मासूम लड़का है जिसे गाज़ियाबाद के एक मंदिर से पानी पीना भारी पड़ गया. लड़के का पहला गुनाह ये है कि वो इंसान होने के साथ-साथ है. ऐसे में उसे मंदिर के अंदर घुसकर पानी नहीं पीना चाहिये था. बस इसी गुनाह के लिये उसे एक शख़्स ने धर कर पीट दिया.

ये घटना डासना कस्बे के मंदिर की थी, जहां आसिफ़ के प्रवेश पर केयरटेकर श्रृंगी नंदन यादव को ग़ुस्सा आई और उन्होंने 14 साल के लड़के को जम कर पीट दिया. आसिफ़ को गंभीर रूप से काफ़ी चोट आई है. इस बारे में उसके पिता का कहना है कि उनका बेटा काफ़ी देर से प्यासा था. प्यास बुझाने के लिये वो मंदिर की टंकी से पानी पीने लगा. वहीं उसकी पहचान पता चलने पर उसकी ख़ूब पिटाई की गई. उसे इतनी बुरी तरह मारा गया कि उसके सिर पर गंभीर चोटें आई हैं.

आसिफ़ के पिता का कहना है कि मंदिर में पहले भी इस तरह की कई पाबंदियां थीं, पर हाल ही में कुछ नियमों में बदलाव देखे गये थे. घटना के बारे में बताते हुए आसिफ़ के पिता ने ये भी कहा है कि ‘क्या पानी का कोई धर्म होता है’? 

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आसिफ़ के पिता का ये सवाल जयाज़ और दुखद है, जिस पर हम सबको शर्म आनी चाहिये. गाज़ियाबाद की ये घटना हमारी इंसानियत पर कई सवाल खड़े कर रही है, जिसने हर किसी को हिला कर दिया है. सोशल मीडिया पर आम जनता से लेकर कई बड़े-बड़े लोगों ने आसिफ़ के क़िस्से पर अफ़सोस जताया है.  

आसिफ़ को लेकर अब तक 600K से ज़्यादा ट्वीट किये जा चुके हैं. मामले को तूल पकड़ता देख गाज़ियाबाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है और उस पर कार्यवाही की जा रही है. 

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हो सकता है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले और ये भी हो सकता है कि वो दो-चार दिन में जेल से बाहर आ जाये. पर क्या आसिफ़ को इंसाफ़ मिल पायेगा. पानी के लिये उसे बुरी तरह पीटकर जो आंतरिक और बाहरी चोटें दी गई हैं उसका क्या. प्लीज़ यार… इंसान बनो… पानी पिलाने से बड़ा पुण्य का काम कोई नहीं हो सकता. #WeAreSorryAsif