Monkeypox: कोरोना वायरस के प्रभाव के बीच अब एक नए वायरस ने दस्तक दे दी है. इसका नाम है मंकी पॉक्स वायरस. जानकारी के अनुसार, वर्तमान में लगभग 27 देशों में मंकी पॉक्स वायरस के फैलने की खबर है. वहीं, इसके ख़तरे को देखते हुए भारत के कई राज्यों ने हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. 


ऐसे में आप सभी का ये जानना ज़रूरी हो जाता है कि क्या है मंकीपॉक्स, मंकीपॉक्स कैसे फैलता है और मंकीपॉक्स के लक्षण (MonkeyPox Virus Symptoms In Hindi) क्या-क्या हो सकते हैं. इन सब के अलावा, मंकीपॉक्स का कारण, मंकीपॉक्स का इलाज (MonkeyPox Treatment) और मंकीपॉक्स से कैसे बचें (Monkeypox Prevention In Hindi) इसके बारे में भी आपको जानकारी होनी चाहिए.

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इस विशेष लेख में आप Monkey Pox Virus से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में जानेंगे. तो आइये बढ़ते है लेख की ओर.   

क्या है मंकीपॉक्स – What Is Monkeypox In Hindi 

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Monkey Pox Virus In India In Hindi: मंकीपॉक्स एक दुर्लभ वायरल बीमारी है, जो स्मॉलपॉक्स (इसे ‘चेचक’ नाम से भी जाना जाता है) की तरह है. वैज्ञानिकों ने सबसे पहले 1958 में इस बीमारी की पहचान की थी. इसे सबसे पहले बंदरों में देखा गया था, इसलिए इस बीमारी का नाम “मंकीपॉक्स” पड़ा. 

वहीं, इंसानों में मंकीपॉक्स (Monkey Virus In Humans) का पहला मामला 1970 में Democratic Republic of the Congo में देखा गया था. 

मंकीपॉक्स किस वजह से होता है – What Causes Monkeypox In Hindi

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Monkey Pox Virus In India In Hindi: जैसा कि हमने बताया कि मंकीपॉक्स एक दुर्लभ वायरल बीमारी है. वहीं, इसे एक जूनोटिक बीमारी भी माना गया है यानी जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारी. वहीं, मंकीपॉक्स के कारण पर बात करें, तो ये बीमारी मंकीपॉक्स वायरस की वजह से होती है. जानकारी के अनुसार, मंकीपॉक्स वायरस Orthopox Virus Genus का एक हिस्सा है, जिसमें स्मॉल पॉक्स का कारण बनने वाला वायरस भी शामिल है.

मंकीपॉक्स के लक्षण – Monkeypox Virus Symptoms In Hindi

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Healthline के अनुसार, मंकी पॉक्स वायरस के लक्षण (Monkey Pox Virus Symptoms In Hindi) Small Pox से मिलते-जुलते होते हैं पर मंकी पॉक्स के लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं. वहीं, मंकी पॉक्स वायरस के संपर्क में आने से व्यक्ति में शुरुआती मंकी पॉक्स वायरस के लक्षण 5-21 दिनों में दिख सकते हैं. वहीं, कुछ मामलों में ये 7 से 14 दिन भी ले सकता है. आइये, अब नीचे जानते हैं Monkey Pox Virus Symptoms In Hindi 


मंकी पॉक्स के शुरुआती लक्षण (Monkeypox Early Symptoms):

तेज़ बुखार  
सिर दर्द 
मांसपेशियों में दर्द 
कमर दर्द 
थकान 
ठंड लगना 
 लिम्फ़ नोड्स में सूजन (लिम्फ़ शरीर का एक तरल होता है और वहीं, लिम्फ़ नोड्स वो शख़्त गांठ जैसा शरीर का हिस्सा जिसमें से ये तरल गुज़रता है) 

बुखार बढ़ने के बाद, आमतौर पर 1 से 3 दिन बाद शरीर पर दाने या रैशेज़ दिखाई देते हैं. 


दाने या रैशेज़ आमतौर पर निम्नलिखित हिस्सों को प्रभावित करते हैं:  

चेहरा  
 हथेलियां 
तलवें
मुंह 
गुप्तांग (Genitalia)
आंखें

नोट: मंकी पॉक्स के लक्षण आमतौर पर 2-4 हफ़्तों तक रह सकते हैं और बिना इलाज के भी ठीक हो सकते हैं. लेकिन, इस बात का ध्यान रखें कि अगर बताए गए लक्षण दिखाई दें, तो डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें. 

कैसे फैलता है मंकीपॉक्स – How Does Monkeypox Virus Spread In Hindi 

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Monkeypox In Humans: मंकीपॉक्स रोग किसी मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से फ़ैल सकता है. वहीं, संक्रमित व्यक्ति की निम्नलिखित चीज़ें इस वायरस की वाहक बनती हैं, जैसे 


संक्रमित मरीज का थूक 
उनके घाव से निकले वाला तरल या ख़ून 
या शरीर के सीधे संपर्क से

CDC मानें, तो संक्रमित व्यक्ति से ज़्यादा देर तक फ़ेस-टू-फ़ेस कांटेक्ट के ज़रिए इसके फ़ैलने का जोखिम ज़्यादा बढ़ जाता है. क्योंकि, इस दौरान अधिक मात्रा में रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट (मुंह से निकलने वाला तरल) निकलती है.  

इसके अलावा, ये निम्नलिखित कारणों से भी फैल सकता है : 

जैसे, संक्रमित जानवर के द्वारा खरोंच या काटने से 
संक्रमित जानवर की मीट खाने से 
या संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीज़ों के संपर्क में आने से जैसे बिस्तर या शेविंग किट. 

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कितना घातक है मंकीपॉक्स वायरस – Is Monkeypox Deadly Disease In Hindi

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CDC के अनुसार, अफ़्रीका में मंकीपॉक्स वायरस गंभीर रूप से संक्रमित 10 में से 1 व्यक्ति की मृत्यु का कारण बना है. इसलिए, कह सकते हैं कि इलाज के अभाव में मंकीपॉक्स की गंभीर स्थिति व्यक्ति की मृत्यु का कारण भी बन सकती है. 

मंकीपॉक्स का निदान कैसे होता है – How is Monkeypox Diagnosed In Hindi

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Monkeypox Virus In India In Hindi: डॉक्टर अलग-अलग विधियों का उपयोग करके मंकीपॉक्स का निदान करते हैं:


मेडिकल हिस्ट्री: इसमें मरीज की स्वास्थ संबंधी हिस्ट्री और उसकी पिछली यात्राओं संबंधी जानकारी शामिल हो सकती है.

लैब परीक्षण: इस परीक्षण में घाव से बाहर निकलते तरल और सूखी पपड़ी के सैंपल का परीक्षण किया जा सकता है. इसके बाद वायरस की जांच के लिए इन सैंपल्स का इस्तेमाल Polymerase Chain Reaction Test में किया जा सकता है.

बायोप्सी: इसमें संक्रमित व्यक्ति की त्वचा का छोटा टुकड़ा निकालकर उसका परीक्षण किया जाता है, जिससे मंकीपॉक्स वायरस की जांच हो सकती है.

मंकीपॉक्स का इलाज – Monkeypox Treatment In Hindi

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Monkeypox Treatment In Hindi: मंकीपॉक्स के लिए अभी तक कोई सटीक इलाज (Monkeypox Treatment) उपलब्ध नहीं है. हालांकि ये कई मामलों में बिना इलाज के भी ठीक हो सकता है. वहीं WHO की मानें, तो स्मॉलपॉक्स का टिका मंकीपॉक्स वायरस से बचाव में लगभग 85% क़ारगर हो सकता है. यदि किसी व्यक्ति को बचपन में स्मॉल पॉक्स का टिका लग चुका है, तो उस व्यक्ति में मंकीपॉक्स वायरस के हल्के लक्षण दिख सकते हैं.

मंकीपॉक्स से कैसे बचें – How To Protect Against Monkeypox Virus In Hindi

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Monkeypox Prevention: CDC के अनुसारमंकीपॉक्स वायरस से ऐसे करें अपना और फ़ैमिली का बचाव:

जिस देश में मंकीपॉक्स वायरस फैला है, उस देश की यात्रा करना टालें और उन जानवरों से दूर रहें जो मंकीपॉक्स वायरस फैलने के कारण बन सकते हैं. इनमें मृत और बीमार जानवर शामिल हैं.  

– मंकीपॉक्स वायरस से बचाव (Monkeypox Prevention) के लिए नियमित तौर पर हाथों को अच्छे से धोएं और मास्क का इस्तेमाल करें. 

मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित मरीज (Monkey Virus In Humans) के संपर्क में आने से बचें.

यदि आप में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाए दे रहे है, तो दूसरों से अलग हो जाएं और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

– मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित मरीजों की देखभाल करते समय पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (Personal Protective Equipment) का इस्तेमाल करें.

संक्रमित व्यक्ति और जानवरों द्वारा इस्तेमाल की गई चीज़ों से भी दूरी बनाएं रखें.

नोट: आर्टिकल में बताई गईं Monkeypox Virus In Hindi से जुड़ी बातें सिर्फ़ जानकारी के लिए हैं. इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें.

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