Mumbai Branded Metro Station : अगर आप एक मुम्बईकर हैं, या फिर आपने मुंबई में कुछ वक़्त बिताया है, तो आपको पता होगा कि मुंबई की लोकल ट्रेन्स पर यहां की जनता कितनी डिपेंडेंट है. कभी-कभी रोड पर ट्रैफ़िक जाम से बचने के लिए सेलेब्स भी इन ट्रेन्स में स्पॉट किए जाते हैं.

ट्रैवलिंग को और सुविधाजनक बनाने के लिए मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी, मुंबई मेट्रो को 8 साल पहले लाई थी. जहां एक ओर एयर-कंडीशन केबिंस में लोग बिना किसी झंझट के आराम से ट्रैवल करते हैं, वहीं दूसरी तरफ़ जहां ये ट्रेन रुकती है, उसके मेट्रो स्टेशनों की भी एक ख़ासियत है.

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हाल ही में, एक ट्विटर यूज़र श्लोक ने नोटिस किया कि मुंबई में हर मेट्रो स्टेशन का नाम एक पॉपुलर ब्रांड के ऊपर रखा गया है. कहने का मतलब है कि मेट्रो स्टेशन के नाम से पहले ब्रांड नेम यूज़ किया गया है. उदाहरण के तौर पर मुंबई में ‘LIC अंधेरी’, ‘मेडिमिक्स आज़ाद नगर’, ‘टेक्नो मरोल नाका’ और ‘बिसलेरी वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे’ आदि शामिल है. श्लोक ने इसे ट्वीट करते हुए लिखा है, “कैपिटलिज्म शिखर पर.”

श्लोक ने आगे लिखा कि स्टेशन का नाम अनाउंस करने की जगह ब्रांड के जिंगल्स भी मेट्रो स्टेशन पर बजाए जाते हैं. श्लोक ने ये भी कहा कि ट्विटर पर लोगों को लगता है कि मैं इसके बारे में शिकायत कर रहा हूं, जबकि अगर मार्केटिंग के नज़रिए से देखा जाए, तो ये स्ट्रेटेजी अमेज़िंग है.

श्लोक के ओपिनियन शेयर करने के बाद, लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कुछ को लगता है कि आम जनता के लिए स्थानीय परिवहन को सस्ता रखने के लिए विज्ञापनदाताओं के पैसे का उपयोग करना एक शानदार आइडिया था. आइए देखते हैं जनता के रिएक्शन.

दिलचस्प बात ये है कि इसके जैसे कई शहर जैसे दिल्ली, जयपुर और दुबई भी इस चीज़ को फॉलो कर रहे हैं.