मुंबई इस वक़्त भारी बारिश के चलते थम गई है. हर जगह पानी ही पानी दिख रहा है. लोगों के घर, दुकानें, सड़कें और रेलवे लाइन तक दिखाई नहीं पड़ रही हैं. सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई वीडियोज़ और तस्वीरें सर्कुलेट हो रही हैं, लेकिन इस बीच एक महिला का ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसने हर किसी का दिल जीत लिया है. 

दरअसल, एक 50 साल की महिला कांता मारुति कलान बारिश के बीच सड़क पर बने मैनहोल को खोलकर सात घंटे तक खड़ी रहीं, ताकि सारा पानी निकल जाए और कोई भी राहगीर हादसे का शिकार न हो. वीडियो माटुंगा वेस्ट के तुलसी पाइप रोड का है. 

वीडियो में दिख रहा है कि कांता बारिश के दौरान सड़क के बीचों-बीच खड़े होकर आने-जाने वाली गाड़ियों को इशारा कर रही हैं. सड़क पर पानी भरा था, ऐसे में महिला ने शायद ये सोचकर मैनहोल खोल दिया था कि पानी निकल जाएगा. हालांकि, वो पूरे सात घंटे रास्ते में खड़े होकर लोगों को सावधान करती रहीं, ताकि कोई दुर्घटना न हो जाए. 

कांता ने कहा कि, ‘मैंने वही किया जो मुझे सही लगा.’ हालांकि, लोगों को सुरक्षित करने की उन्हें क़ीमत भी चुकानी पड़ी. दरअसल, सड़क पर क़रीब तीन फ़ीट पानी भर गया था. कांता की तरह की फ़ुटपाथ पर रहने वालों को काफ़ी परेशानी हो रही थी. ऐसे में कांता ने कुछ लोगों की मदद से मैनहोल खोल दिया, ताकि पानी निकल जाए. 

वो चाहतीं तो अपने सामान को बचाने के लिए वहां से हट जाती, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. वो 6 बजे से लेकर 1 बजे तक वहां खड़े होकर लोगों को सावधान करती रहीं. इस दौरान उनका सारा सामान भीग गया. यहां तक कि अपने बच्चों की ऑनलाइन क्लास के लिए बचाए गए 10 हज़ार रुपये भी बर्बाद हो गए. 

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दिनभर बारिश में भीगने के कारण कांता को बुखार भी आ गया, साथ ही उऩ्हें बीएमसी के ग़ुस्से को भी झेलना पड़ा. उन्होंने बताया, ‘कुछ अधिकारियों ने अगले दिन आकर मुझसे पूछा कि मैंने मैनहोल क्यों खोला? लेकिन मैं क्या करती? मेरे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था. पानी का स्तर तेज़ी से बढ़ रहा था और कोई मदद करने नहीं आया.’ 

समीर पाटेकर, जिन्होंने ये वीडियो शूट किया है. उन्होंने भी सहमति जताते हुए कहा कि अगर कांता ने ऐसा नहीं किया होता तो तुलसी पाइप रोड पर लंबे समय तक पानी भरा रहता. हालांकि, कांता अपनी दो बच्चियों के भविष्य को लेकर परेशान हैं. उन्होंने नया टेंट तो ले लिया पर अब पैसा नहीं बचा है. ऐसे में उन्हें डर है कि इस साल उनके बच्चे स्कूल में नहीं पढ़ पाएंगे.