बदायूं गैंगरेप-मर्डर मामले में NCW की सदस्या चंद्रमुखी देवी का शर्मनाक बयान सामने आया है. रिपोर्ट के मुताबिक, बीते रविवार उत्तर प्रदेश के बंदायू में एक 50 वर्षीय महिला की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी. परिवार का आरोप है कि महिला घर से मंदिर पूजा करने के लिये गई थी, तभी मंदिर के पुजारी बाबा सत्यनारायण, चेला वेदराम और ड्राइवर जसपाल ने उसका गैंगरेप कर जान से मार दिया.

घटना के बाद चंद्रमुखी देवी पीड़ित परिवार से मुलाक़ात करने पहुंची. इसके बाद उन्होंने मीडिया को बयान देते हुए कहा, ‘किसी भी महिला को समय देख कर घर से निकलना चाहिये. मुझे लगता है कि अगर वो शाम को बाहर नहीं निकलती या फिर उसके साथ कोई बच्चा होता, तो शायद ये घटना नहीं होती.’
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या का ये बयान न केवल घृणित है, बल्कि भाजपाई सत्ता की सोच के समकक्ष खड़ा नजर आता है।
— Congress (@INCIndia) January 7, 2021
इनको एक पल उस कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है, जहां से महिला अधिकारों के संरक्षण और वकालत की उम्मीद की जाती है। pic.twitter.com/BDFh9podkl
इसके साथ ही उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा कि वो मामले में पुलिस के काम से संतुष्ट नहीं हैं. अगर पुलिस ने तेज़ी से काम किया होता, तो शायद मृतिका की जान बचाई जा सकती थी. चंद्रमुखी देवी के बयान की चारों ओर काफ़ी आलोचना हो रही है.
मामले को तूल पकड़ता देख NCW अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी एक बयान जारी किया है. रेखा शर्मा का कहना है कि वो नहीं जानती कि सदस्य ने ऐसा क्यों कहा, पर महिलाओं को कभी भी-कहीं भी जाने का अधिकार है.

चंद्रमुखी देवी जी हम भी बस इतना कहना चाहेंगे कि महिलाएं समय से निकलें न निकलें पर आप अपनी सोच ज़रूर बदलें. इसके अलावा अच्छा होगा कि अगर आप लोग ऐसी बेतूकी बातें करने के बजाये महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठायें.