दिल्ली में मरीज़ों को भर्ती न करने के कई मामले सामने आ रहे हैं. इलाज के अभाव में कई मरीज़ों की मौत की ख़बरें भी सामने आई है.

India Today की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व सांसद, शाहिद सिद्दीक़ी की भतीजी की भी सही वक़्त पर इलाज न होने से मौत हो गई.  

बीते शनिवार को सिद्दिक़ी ने ट्विटर पर मदद मांगी थी,

‘मेरी भतीजी को तेज़ बुखार और सांस लेने में दिक्कत हो रही है. अस्पताल से अस्पताल भटक रहे हैं पर उसे भर्ती नहीं किया जा रहा है. आप किस तरह का सिस्टम चला रहे हैं अरविंद केजरीवाल, डॉ. हर्षवर्धन. मदद करिए’

सिद्दीक़ी ने आगे लिखा,

‘उसे ICU में नहीं रखा गया न ही वेंटिलेटर पर रखा गया जबकि उसकी हालत काफ़ी नाज़ुक थी. अस्पताल लोगों को बचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. मुझे दिल्ली के लोगों के लिए बुरा लग रहा है. हमें राजनीति, एक-दूसरे पर छींटाकशी नहीं करनी चाहिए, दिल्ली को केन्द्र और राज्य सरकार के Coordination की ज़रूरत है.’

बाद में सिद्दीक़ी ने जानकारी दी कि उनकी भतीजी की, सफ़दरजंग अस्पताल में मौत हो गई. 

बीते कुछ दिनों से दिल्ली सरकार इस कोशिश में लगी है कि दिल्ली के लोगों का इलाज ठीक से हो सके. जून 4 को दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को कोविड टेस्ट बंद करने का नोटिस भी जारी किया था. 

The Economic Times

एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ़ दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले अस्पताल में सिर्फ़ दिल्ली के लोगों का ही इलाज होगा.प्राइवेट अस्पताल भी दिल्ली के लोगों के लिए ही रिज़र्व होंगे, यहां बस स्पेशल सर्जरी करवाई जा सकेगी. दिल्ली के बाहर के लोगों का इलाज सिर्फ़ सरकारी अस्पतालों में ही होगा.