मुसीबत कितनी ही बड़ी क्यों न हो, लेकिन जब उसका मिलकर मुक़ाबला किया जाता है तो जीत निश्चित होती है. भारत भी इस वक़्त कोरोना वायरस नाम की भंयकर मुसीबत की चपेट में है. ऐसे में इस बीमारी के ख़िलाफ़ लड़ाई में शामिल होने और इसे मात देने के लिए 30,000 से अधिक डॉक्टरों ने स्वेच्छा से भाग लेने का फ़ैसला किया है. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक़, सेविनिवृत्त, सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा और निजी चिकित्सकों सहित सरकारी डॉक्टरों ने इस घातक महामारी के खिलाफ़ सरकार की मदद करने का संकल्प लिया है. 

दरअसल, सरकार ने 25 मार्च को सेवानिवृत्त डॉक्टरों से अपील की थी कि वे अपने देश में महामारी के प्रसार को रोकने के प्रयासों में शामिल हों, उसके बाद ये ही फ़ैसला सामने आया है. 

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सोशल मीडिया पर भी इन डॉक्टर्स की जमकर सराहना की जा रही है. कोरोना के ख़िलाफ़ जंग में देश के साथ खड़े होने के लिए लोग इन्हें ‘Real Heroes’ बुला रहे हैं. 

बता दें, देश में अब तक 3,000 से ज़्यादा लोग कोरोना महामारी से संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, 86 लोगों की मौत हो चुकी है.