जाना था इंदौर, पहुंच गए नागपुर. समझ गए न ?

शुक्रवार सुबह कुछ ऐसा ही हुआ जब इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से एक इंडिगो यात्री ग़लत विमान पर चढ़ गया और इंदौर जाने के बजाये, नागपुर में उतरा. दरअसल, दोनों उड़ानें एक ही समय के आसपास रवाना होने वाली थीं.

इंडिगो एयरलाइन ने इस सुरक्षा उल्लंघन का संज्ञान लेते हुए, मामले में जांच शुरू कर दी है. इस घटना से जुड़े तीन कर्मचारियों को अस्थायी तौर पर काम पर आने से रोक भी दिया गया है. चूंकि इंडिगो ऑपरेशंस की मेज़बानी करने वाले टर्मिनल 1 में Aerobridge नहीं है, यात्रियों को बस से फ़्लाइट तक पहुंचाया जाता है. जानकारों का कहना है कि यात्री ने ग़लती से नागपुर जाने वाली फ़्लाइट की बस पकड़ ली होगी.

अपनी पहचान गुप्त रखने की शर्त पर, एक एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया, ‘यात्री बिना जांच करे ही ग़लत विमान में चढ़ गया. प्रवेश द्वार पर खड़े कर्मचारियों ने भी बोर्डिंग पास पर छपी जानकारी सही से नहीं देखी. सीट पर बैठते ही यात्री की आंख लग गयी जिसकी वजह से वो विमान के अंदर होने वाली घोषणा को भी नहीं सुन पाया. और तो और, जिस सीट पर यात्री बैठा वो किसी और ने बुक नहीं करी थी वरना ये ग़लती उसी समय पकड़ में आ जाती’

इंडिगो एयरलाइन के प्रवक्ता ने बयान देते हुए कहा कि यात्री को फ़्लाइट 6E-509 से नागपुर से इंदौर पहुंचा दिया गया है. बाद में उनके सामान को भी दूसरी फ़्लाइट 6E-733 से इंदौर भेज दिया गया.

वो कहते हैं न कि अंत भला तो सब भला, लेकिन एयरपोर्ट जैसी जगह जहां एक के बाद एक हर क़दम पर सुरक्षा के कई घेरे होते हैं, वहां ऐसी घटना का होना सिर्फ़ लापरवाही कह कर नहीं टाला जा सकता. न सिर्फ़ इंडिगो एयरलाइन के कर्मचारी, बल्कि एयरपोर्ट अधिकारीयों की ग़लतियों की जांच और ज़रूरी कार्रवाई होनी चाहिए.