बड़े हो जाने के बाद भी मानचित्र पर पर्वतों की पहचान करना बहुतों के लिए मुश्किल हो जाता है. अगर बात उस पर फ़तह हासिल करने की हो तो ये अच्छे-अच्छों के लिए नाकों चने चबाने जैसा हो सकता है. लेकिन 9 साल की ऋत्विका के हौसले के आगे पर्वत को भी झुकना पड़ा. सबसे कम उम्र में किलिमंजारो पर्वत पर चढ़ने वाली वो एशिया की पहली लड़की बन गई हैं. 

तंज़ानिया में स्थित किलिमंजारो पर्वत अफ़्रीका का सबसे ऊंचा पर्वत है और समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 19,341 फ़ीट है. इस पर्वत पर आंध्र प्रदेश के अनंतपुर ज़िले की रहने वाली ऋत्विका श्री ने भारतीय ध्वज लहराया है.

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ऋत्विका ने 27 फ़रवरी को ये उपलब्धि हासिल की. ऋत्विका के साथ उनके पिता बतौर कोच और मेंटर पर्वतारोहण में उनकी मदद कर रहे थे. इस बच्ची ने 9 साल की उम्र में ये उपलब्धि हासिल की है. वो एशिया की सबसे कम उम्र में किलिमंजारो पर्वत पर चढ़ने वाली पहली और दुनिया की दूसरे नंबर की लड़की बन गई हैं.

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ऋत्विका ने तेलंगाना में भोंगिर के रॉक क्लाइम्बिंग स्कूल से पर्वतारोहण की ट्रेनिंग ली है. इसके बाद उन्होंने लद्दाख में लेवल 2 की ट्रेनिंग पूरी की है. अनंतपुर ज़िले के मजिस्ट्रेट गंधम चंद्रुडू ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है. 

चंद्रुडू ने ही उनकी इस ट्रिप को आर्थिक रूप से सपोर्ट किया था. ऋत्विका दूसरी कक्षा में पढ़ती हैं. उसके पिता क्रिकेट कोच और स्पोर्ट्स को-ऑर्डिनेटर हैं. इतनी कम उम्र में देश का नाम रौशन करने वाली ऋत्विका को हमारा सलाम.