ये जो हम रज़ाई में भी ठिठुर रहे हैं न, ये ऐतिहासिक है. क्योंकि ये ठंड एतिहासिक है. India Meterological Department(IMD) के अनुमान के अनुसार यह पिछले 118 सालों का दूसरा सबसे ठंडा दिसंबर महीना है.

साल 1901 से लेकर 2018 के बीच केवल चार दिसंबर ही ऐसे रहे हैं, जिनमें महीने के अधिकतम तापनान का औसत 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे गया है. IMD के अधिकारी के अनुसार इस दिसंबर के अधिकतम तामपान का औसत गुरुवार तक 19.85 डिग्री सेल्सियस रहा, अनुमान है कि ये 19.15 डिग्री सेल्सियस तक जाए.
दिल्ली में औसत अधिकतम तापमान, जब 20 डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहा- 1919(19.8), 1929(19.8), 1961(20) और 1997(17.3)

इस महीने 18 तारीख़ को दिल्ली की न्यूनतम, अधिकतम तापमान 12.2 डिग्री IMD के सफ़दरजंग ऑबज़रवेटोरी दर्ज की गई और पालम ऑबज़रवेटरी में 25 दिसंबर को 11.4 दर्ज की गई.
IMD के अधिकारी ने मीडियो को बताया, दिल्ली-एनसीआर में 14 दिसंबर से ठंड बढ़ी है और 29 दिसंबर तक ऐसी ही हालत बनी रहेगी. इसकी वजह ठंडी उत्तरपश्चिमी हवाओं के झोंके हैं. 29 दिसंबर के बाद हवाओं का रुख़ बदल जाएगा.
अनुमान है कि 31 दिसंबर की रात से 2 जनवरी के बीच हवा तेज़ चले और बारिश की भी संभावना है. नए साल के शुरुआत के दो दिन में आंधी भी चले.