तमिलाडु के नागटट्टिनम ज़िले में एक ऐसा वाकया सामने आया है जिसकी वजह से चिकित्सा जगत शर्मशार हो जाएगा. शनिवार को एक निजी अस्पताल के ऊपर स्थानिय परिवार ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने उनके मरीज़ के मरने के बाद भी तीन दिनों तक इलाज़ के लिए पैसे ऐंठा है.
इसकी शिकायत तंजावुर साउथ पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई है. मृतक का नाम एन सेकर और उसकी उम्र 55 साल था. उसके बेटे सुभाष ने आरोप लगाया है कि अस्पताल वालों ने तीन दिनों तक उसके पिता को भर्ती किए रखा. और प्रशासन वाले तीनों दिनों तक उससे इलाज़ के लिए पैसे लेते रहे.

9 सितंबर को एन सेकर को पेट दर्द की शिकायत हुई थी. जिसके बाद उन्हें नागपट्टिनम के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया. लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए वहां के डॉक्टरों ने आगे की इलाज के लिए उन्हें निजी अस्पताल में रेफ़र कर दिया. 10 सितंबर को उनको दूसरे अस्पताल में भर्ती किया गया. जहां परिवार वालों से सबसे पहले पांच लाख मांगे गए फिर शुक्रवार को और तीन लाख मांगे गए, ये सभी बातें बेटे सुभाष ने मीडिया से कही.
उन्होंने आगे बताया कि जब निजी अस्पताल से निकाल कर पिता को दोबारा से सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, तब वहां डॉक्टरों ने कहा कि उनकी मृत्यु तीन दिन पहले ही हो चुकी है.
पुलिस आगे की कार्यवायी के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है. वहीं अस्पताल इसे उनकी बदनामी की साज़िश बता रही है.