अयोध्या का एक मामला शांत हुआ तो लगा कि अब कुछ नया सुनने को मिलेगा. लेकिन अयोध्या को लोगों ने उस सेलेब्रिटी की तरह बना दिया है, जो लाइमलाईट से दूर ही नहीं रह सकते. अब क्या और किसने किया, ये सोच रहे हैं आप? तो सुनिए, दिल्ली की दो बहने इलाहबाद कोर्ट पहुंची हैं और उनका दावा है कि जो 5 एकड़ ज़मीन सुन्नी बफ़ बोर्ड को मिली है, वो असल में उनकी है. 

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इस पेटिशन में लिखा है कि सुन्नी बोर्ड को दी गई ज़मीन उनके नाम है और उस ज़मीन के कागज़ात उनके पास हैं. कोर्ट ने पेटिशन को स्वीकार कर 8 फरवरी को सुनवाई करने की बात कही है. 

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रानी बलूजा और रामा रानी पंजाबी नाम की बहनें बताती है कि उनके पिता ज्ञान चंद्र पंजाबी पाकिस्तान बटवारे के वक़्त अयोध्या (जो उस वक़्त फ़ैज़ाबाद हुआ करता था) आ गए थे. उन्होनें बताया कि उनके पिता को ये ज़मीन 5 साल के लिए आवंटित की गई थी और ये ज़मीन उनके पास तय समय से अधिक तक रही थी. उनका नाम राजस्व रिकॉर्ड में शामिल भी किया गया था लेकिन कुछ वक़्त बाद उनका नाम लिस्ट से हटा दिया गया था. इसी कारण उनके पिता ने याचिका दायर की थी. 

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दोनों बहनों को कहना है कि अभी ये मामला चल रहा और जब तक इस मामले पर फ़ैसला न आ जाए, तब तक सुन्नी बफ़ बोर्ड दी गई ज़मीन पर कार्य न करें. 

8 फरवरी को सुनवाई के बाद पता चलेगा कि ये अयोध्या शहर का नया ऊंट किस करवट बैठेगा.