UPI Payments Charges: यूपीआई से पेमेंट करना लोगों की आदत बन चुका है. कहीं भी और कभी आपको कुछ ख़रीदना हो तो लोग झट से अपना फ़ोन निकालते हैं और UPI के ज़रिये सामने वाले को पेमेंट कर देते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूपीआई से होने वाले ट्रांजैक्शन में से 70 फ़ीसदी ट्रांजैक्शन 2 हज़ार रुपये से अधिक वैल्यू के होते हैं. (UPI Payments Charges)
अब ख़बर आ रही है कि बहुत जल्द UPI Payments करना लोगों के लिए महंगा साबित हो सकता है. दरअसल, National Payments Corporation of India (NPCI) ने एक सर्कुलर जारी कर यूपीआई से मर्चेंट ट्रांजेक्शन पर फ़ीस लगाने का सुझाव दिया है.
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UPI Payments Charges
इससे ट्रांजैक्शन पर होने वाले ख़र्च की भरपाई की जाएगी. इसे हर पेमेंट पर 1-1.2 फ़ीसदी तक लगाने की सिफ़ारिश की गई है. इस नए नियम को 1 अप्रैल 2023 से लागू किया जाएगा. इस ख़बर के आने के बाद से ही आम लोग परेशान हैं कि उन्हें अब यूपीआई करने पर पैसे देने होंगे. कई जगह ये ख़बर भी चल रही है कि आने वाले समय में UPI पेमेंट करने पर चार्ज देना होगा.
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आम लोगों के लिए UPI पेमेंट हैं बिल्कुल फ़्री
लेकिन ये सही ख़बर नहीं है. आम लोगों को ज़्यादा घबराने की ज़रूरत नहीं है. NPCI ने केवल यूपीआई से मर्चेंट ट्रांजैक्शन पर फ़ीस लगाने का सुझाव दिया गया है. ये सिर्फ़ व्यापारियों पर लगने वाला चार्ज है. साथ ही उन्होंने ट्वीट कर ये जानकारी भी दी है कि आम लोगों पर यूपीआई करने पर कोई चार्ज नहीं वसूला जाएगा. उनके लिए ये फ़्री ही है. इसके अलावा बैंक से बैंक में UPI ट्रांजेक्शन करने पर भी कोई शुल्क लागू नहीं होगा.
NPCI Press Release: UPI is free, fast, secure and seamless
— NPCI (@NPCI_NPCI) March 29, 2023
Every month, over 8 billion transactions are processed free for customers and merchants using bank-accounts@EconomicTimes @FinancialXpress @businessline @bsindia @livemint @moneycontrolcom @timesofindia @dilipasbe pic.twitter.com/VpsdUt5u7U
30 सितंबर को होगी इसकी समीक्षा
एनपीसीआई ने अलग-अलग क्षेत्र के लिए अलग-अलग इंटरचेंज फ़ीस तय की है. कृषि और टेलीकॉम क्षेत्र में सबसे कम इंटरचेंज फ़ीस ली जाएगी. ये चार्ज मर्चेंट ट्रांजैक्शंस यानी व्यापारियों के लेन-देन पर लेगेगा. NPCI इसे लागू करने के बाद 30 सितंबर से पहले इसकी समीक्षा करेगा कि इसे जारी रखा जाए कि नहीं.