E-20 पेट्रोल (E20 Fuel) की इस वक़्त देश में काफ़ी चर्चा हो रही है. 11 राज्यों में इसकी शुरुआत भी कर दी गई है. मगर बहुत से लोग नहीं जानते कि ये E-20 पेट्रोल आख़िर क्या है और इससे क्या फ़ायदा होगा? ऐसे में आइए हम आपको बताते हैं E-20 पेट्रोल और इसकी ख़ासियत के बारे में. जान लें कि इंडिया एनर्जी वीक का आज PM Modi उद्घाटन करने जा रहे हैं. इसलिए E20 पेट्रोल को लेकर चर्चा हो रही है. (Ethanol Blended Petrol)
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क्या E-20 पेट्रोल? What is E20 Fuel?
E का मतलब है इथेनॉल और 20 का मतलब प्रतिशत से है. यानि ऐसा पेट्रोल जिसमें 20 फ़ीसदी इथेनॉल मिला हो, उसे E-20 पेट्रोल कहते हैं. इथेनॉल का प्रतिशत जितना बढ़ेगा संख्या भी उतनी ही बढ़ती जाएगी.
इस वक़्त भी पेट्रोल में इथेनॉल मिलाया जाता है. लेकिन ये केवल 10 फ़ीसदी है. अब देश के 11 शहरों में 20 फीसदी इथेनॉल वाला पेट्रोल उपलब्ध होगा.
इथेनॉल होता क्या है?
इथेनॉल एक तरह का अल्कोहल है. इसे बायोमास से बनाया जाता है. ज्यादातर इथेनॉल कॉर्न और गन्ने की फसल से तैयार किया जाता है. लेकिन शर्करा वाली कई अन्य फसलों से भी इसे तैयार किया जा सकता है. भारत में पहले से ही ऐसी चीजों की खेती बड़े स्तर पर हो रही है. अमेरिका, ब्राजील, यूरोपीय संघ और चीन के बाद भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा इथेनॉल उत्पादक है. ऐसे में ऑटोमोबाइल के लिए बड़े स्तर पर इथेनॉल को देश में तैयार किया जा सकेगा.
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पेट्रोल में इथेनॉल मिलाने के फ़ायदे
इथेनॉल इको-फ्रेंडली ईधन हैय पेट्रोल में इथेनॉल मिलाने से पर्यावरण को कम नुक़सान होगा. इथेनॉल का ऑक्टेन नंबर अधिक होता है. इसलिए इसे गाड़ियों और पर्यावरण के लिए बेहतर माना जाता है. जब पेट्रोल को इथेनॉल के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है तो 35 फीसदी तक कार्बन-मोनो-ऑक्साइड कम पैदा होती है.
ये सल्फर डाइऑक्साइड उत्सर्जन को भी कम करता है. इसके अलावा इथेनॉल हाइड्रोकार्बन के उत्सर्जन को भी कम करता है. इथेनॉल में 35 फीसदी ऑक्सीजन होता है. इथेनॉल फ्यूल को इस्तेमाल करने से नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आती है.
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सरकार और किसानों को फ़ायदा
इथेनॉल के इस्तेमाल से सरकार पर पेट्रोल आयात का बोझ कम होगा और विदेशी मुद्रा की बचत भी होगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण से 41,500 करोड़ रुपये से अधिक विदेशी मुद्रा की बचत हुई है. साथ ही, ग्रीन हाउस गैसो के उत्सर्जन में 27 लाख टन की कमी आई है.
वहीं, किसानों को भी इससे फायदा हुआ है. किसानों को 40,600 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. गन्ने की खेती करने वाले किसानों को खासतौर पर इसका फायदा मिल रहा है.
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किन वाहनों को होगा इसका फायदा?
भारतीय सड़कों पर अभी ऐसी ज़्यादा कारें नहीं हैं, जो E20 पेट्रोल मिक्स को हैंडल कर सकें. फ़िलहाल Hyundai Motor India की Creta, Venue, और Alcazar SUVs ऐसी कारें हैं, जो E20 पेट्रोल से चलने में सक्षम हैं. हाल में ऑटो एक्सपो 2023 के दौरान टाटा मोटर्स ने अपने दो नए टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन पेश किए थे. इसके साथ हैरियर और सफारी SUV में जल्द ही E20 फ्यूल इंजन दिए जाने की बात कही थी. अप्रैल 2023 तक महिंद्रा, मारुति सुजुकी, Kia और दूसरे ब्रैंड भी ऐसे ईधन से चलने वाली गाड़ियों को तैयार करेंगे.
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