भारत में अब तक आपने एक से बढ़कर एक शातिर चोर की कहानी पढ़ी और सुनी होगी. आपने ताजमहल, लालक़िला समेत कई ऐतिहासिक इमारतों को बेचने वाले चोर के बारे में भी सुना होगा, लेकिन आज हम आपको भारत के एक ऐसे चोर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे पुलिस ने ख़ुद ‘सुपर चोर’ का ख़िताब दिया था. अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये चोर कितना शातिर हो सकता है. ये इतना शातिर था कि लोगों के सामने चोरी की वारदात को अंजाम देकर रफ़ू चक्कर हो जाता था.

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आज हम भारत के जिस ‘सुपर चोर’ की बात करने जा रहे हैं उसका नाम बंटी चोर (Bunty Chor) है. बंटी का असली नाम देवेंदर सिंह है. वो मूलरूप से दिल्ली के विकासपुरी का रहने वाला है. बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में मन नहीं लगता था. इसलिए वो अक्सर घरवालों से पिटता रहता था. बंटी जब 9वीं कक्षा में फेल हुआ तो पिता ने खूब पिटाई लगायी और घर से निकल जाने को कह दिया. पिता की इस डांट से ख़फ़ा होकर वो हमेशा के लिए घर छोड़कर चला गया.

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14 साल की उम्र की थी पहली चोरी

बंटी चोर (Bunty Chor) ने साल 1993 में पहली बार चोरी की घटना को अंजाम दिया था. तब वो केवल 14 साल का था. चोरी के आरोप में दिल्ली पुलिस उसे शक के बिनाह पर गिरफ़्तार कर अपने साथ क्राइम ब्रांच लेकर गई, लेकिन अपने शातिर दिमाग के चलते बंटी पुलिसवालों को चकमा देकर वहां से भाग गया. इसके बाद वो कभी पुलिस के गिरफ़्त में नहीं आया. इस दौरान बंटी दिल्ली, जालंधर पंजाब, चंडीगढ़, बैंगलोर, हैदराबाद, केरल और चेन्नई में सैकड़ों चोरियों को अंजाम देकर देशभर में ‘सुपर चोर बंटी’ के नाम से मशहूर हो गया.

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चोरी का तरीका था नायाब  

बंटी चोर (Bunty Chor) ने अपने करियर में जितनी भी चोरियों को अंजाम दिया वो रात 2 बजे से लेकर सुबह 6 बजे के दरमियान की. वो जिस घर में चोरी करने जाता था वहां अपनी चोरी की लग्ज़री कार से जाता. चोरी करने के बाद वो उसी घर की लग्ज़री कार से फ़रार हो जाता था और अपनी पुरानी गाड़ी वहीं छोड़ देता. बंटी छोटी-मोटी चोरियों को तो हाथ भी नहीं लगाता था. वो लग्ज़री कारों, लग्ज़री ज्वेलरी, महंगी घड़ियों, महंगी एंटीक चीज़ों और महंगे कुत्तों का शौक़ीन था. चोरी करने के बाद वो इन सभी चीज़ों को बेच देता था, लेकिन उसने कभी भी चोरी की गाड़ियों को नहीं बेचा. वो उन्हें इस्तेमाल करने के बाद छोड़ देता था.

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क्या ख़ास बात थी Bunty Chor की? 

बंटी चोर (Bunty Chor) की सबसे अच्छी बात ये थी कि उसने अपने करियर में कभी भी किसी को भी शारीरिक नुकसान नहीं पहुंचाया. क्योंकि वो चोरी करने के लिए हथियार का इस्तेमाल नहीं करता था और अकेले ही चोरी करता था. उसके पास सिर्फ़ एक पेचकस हुआ करता था. इसी पेचकस के दम पर उसने करीब 500 से 550 चोरियों को अंजाम दिया था. बंटी की एक और ख़ास बात ये थी कि उसके पास कॉन्फ़िडेंस बहुत था. वो अपने इसी कॉन्फ़िडेंस के दम पर जिस भी घर में चोरी के इरादे से घुसा वहां से कभी खाली हाथ नहीं लौटा. 

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साल 2003 के आस पास जब दिल्ली पुलिस ने बंटी को चोरी के आरोप में गिरफ़्तार किया तो उसके पास से करोड़ों का सामान बरामद किया था. बंटी चोरियां सिर्फ़ अपने शौक के लिए किया करता था, क्योंकि उसके शौक किसी बॉलीवुड स्टार्स से कम नहीं थे. चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद बंटी किसी बड़े 5 स्टार होटलों में ठहरता और अय्यासी करता. भारत के बाद बंटी ने नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश में भी कई चोरियों को अंजाम दिया.

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बंटी की ज़िंदगी पर बन चुकी है फ़िल्म  

साल 2008 में बंटी चोर (Bunty Chor) की ज़िंदगी पर एक बॉलीवुड फ़िल्म भी बन चुकी है जिसका नाम Oye Lucky! Lucky Oye! था. इस फ़िल्म में अभय देओल ने बंटी चोर का किरदार निभाया था. कहा जाता है कि फ़िल्म के डायरेक्टर दिबाकर बनर्जी पहले फ़िल्म में बंटी चोर को ही हीरो के तौर पर लेना चाहते थे, लेकिन उस वक़्त वो जेल में था. इसलिए अभय देओल को ये रोल मिला.

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जिस पुलिसवाले ने गिरफ़्तार किया उसी के घर पहुंच गया

दिल्ली पुलिस ने साल 2007 में बंटी को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया था. साल 2010 में जब बंटी जेल से निकला तो वो पाई-पाई को मोहताज़ हो गया. इस दौरान उसके पास रहने के लिए न तो घर था, न ही खाने के लिए पैसे थे. क्योंकि वो चोरी के बाद सारा पैसा अय्यासी में उड़ा देता था. बंटी जब अपने घर गया तो घरवालों ने उसे वहां से भगा दिया. इसके बाद वो सीधे उसी पुलिसवाले के पास पहुंच गया, जिसने उसे गिरफ़्तार किया था. इस दौरान डिफ़ेंस कॉलोनी पुलिस स्टेशन के SHO राजेंदर सिंह, बंटी को अपने घर लेकर गये, खाना खिलाया और कपडे दिलाये. बंटी ने तब उनसे चोरी छोड़ने का वादा किया, लेकिन कुछ ही समय बाद वो फिर से उसी रस्ते पर चल पड़ा.

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जब ‘बिग बॉस’ में की शिरकत  

साल 2010 में जेल से छूटने के बाद बंटी चोर (Bunty Chor) ने रियलिटी शो ‘बिग बॉस सीज़न 4’ में शिरकत की थी. इस दौरान जब सलमान ने बंटी से कहा तो ‘क्या आप जेल में थे? इस पर बंटी ने जवाब दिया हां जैसे आप थे‘. बंटी ने ‘बिग बॉस’ में रहते हुये ख़ूब हंगामा भी किया था और मेकर्स के नाक में दम कर दिया था. आख़िरकार बंटी को शो से निकाल दिया गया.

बंटी चोर के नायाब कारनामे

1- चेन्नई में बंटी चोर एक बार पुलिस की गिरफ़्त में आया था. इस दौरान ज्यूडिशियल कस्टडी के बाद जब उसे जेल ले जाया जा रहा था तो वो जेल के गेट से ही फरार हो गया.

2- चंडीगढ़ की जेल में क़ैद के दौरान बंटी चोर ने जेल से भागने के लिए कांच से ख़ुद को घायल कर लिया था. इसके बाद उसे फ़ौरन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. इस दौरान वो सिरिंज से हथकड़ी खोलकर वहां से भी फ़रार हो गया. 

3- बंटी चोर एक बार चोरी की कार मुंबई में घूम रहा था, जब पुलिस को इसकी ख़बर लगी तो उसे पकड़ लिया गया. इस दौरान वो गाड़ी चलाकर दो पुलिसकर्मियों के साथ थाने जा रहा था, लेकिन बीच सड़क पर पुलिसवालों को चकमा देकर फिर से फ़रार हो गया.

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अब कहां है बंटी चोर

साल 2010 में ‘बिग बॉस’ से बाहर निकलने के बाद बंटी चोर (Bunty Chor) फिर से ग़ायब हो गया. इस दौरान लोगों को लगा कि ‘बंटी’ अब बदल चुका है, लेकिन साल 2013 में केरल के तिरुवनंतपुरम में एक बड़े बिज़नेसमैन के घर चोरी की वारदात हुई. छानबीन के दौरान पता चला कि इस चोरी को ‘बंटी’ ने ही अंजाम दिया था. क्योंकि वो सीसीटीवी में क़ैद हो गया था. इस घटना के 1 महीने बाद पुलिस को ख़बर मिलती है कि बंटी पुणे के एक 5 स्टार होटल में ठहरा हुआ है. इसके बाद 27 जनवरी 2013 को गिरफ़्तार करने के बाद बंटी को जेल भेज दिया गया.

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साल 2017 में तिरुवनंतपुरम की एक कोर्ट ने बंटी चोर (Bunty Chor) को 10 साल की सजा सुनाई. इस दौरान जज ने कहा कि चोरी इसकी मज़बूरी नहीं है, बल्कि आदत और फितरत है. इसलिए जान ने बंटी को ‘हैबिचुअल चोर’ करार देते हुए ये सजा सुनाई. बंटी फ़िलहाल तिरुवनंतपुरम की जेल में 10 साल की सजा काट रहा है.