मंज़िल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, 

पंखों से कुछ नहीं होता, हौंसलों से ही उड़ान होती है.

ये कहावत 26 वर्षीय भारतीय बॉडी बिल्डर प्रतीक विट्ठल मोहिते (Pratik Vitthal Mohite) पर सटीक बैठती है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्रतीक ने अपनी कमज़ोरी को ही अपनी ताकत बनाकर जो कारनामा कर दिखाया है वो क़ाबिल-ए-तारीफ़ है. प्रतीक ने गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness World Records) में दुनिया के सबसे छोटे बॉडी बिल्डर (World’s Shortest Bodybuilder) के तौर पर अपना नाम दर्ज़ कराया है.

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कौन हैं प्रतीक विट्ठल? 

26 वर्षीय प्रतीक विट्ठल महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. दुनिया के हर माता-पिता की तरह ही प्रतीक के पैदा होने पर उनके पेरेंट्स भी बेहद ख़ुश थे. लेकिन उनकी ये ख़ुशी ज़्यादा देर के लिए नहीं थी. प्रतीक जब पैदा हुए तो शरीर के मुक़ाबले उनके हाथ-पैर बेहद छोटे थे. परेशान माता-पिता जब उन्हें डॉक्टर के पास लेकर गये डॉक्टर ने बताया कि ये एक बीमारी है जिसके चलते बच्चे का कद कभी बढ़ नहीं पायेगा और वो कुछ कर भी नहीं पायेगा. ये सुनकर मां-बाप के सारे सपने पल भर में चकनाचूर हो गये.

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कितनी है प्रतीक विठ्ठल की हाइट? 

प्रतीक की उम्र बढ़ने लगी तो उनके साथ के बच्चे तो लंबे हो गये, लेकिन वो छोटे ही रह गये. इस दौरान कम हाइट की वजह से केवल दोस्त ही नहीं, बल्कि अन्य लोग भी उनका मज़ाक बनाया करते थे. प्रतीक की हाइट 3 फ़ीट 4 इंच है. अपने इसी कद के चलते उन्हें हर जगह ताने सुनने को मिले. लेकिन उन्होंने अपनी इसी कमज़ोरी को ही अपनी मजबूती में बदला और दुनिया भर में मशहूर हो गये.

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प्रतीक विट्ठल ने 16 साल की उम्र से ही वर्कआउट करना शुरू कर दिया था. इसके बाद उन्होंने बॉडी बिल्डिंग को करियर बनाने का फ़ैसला किया. प्रतीक को भले ही कुदरत ने परफ़ेक्ट न बनाया हो, लेकिन उन्होंने अपनी कमी को अपनी ताकत बनाई और पूरी दुनिया में अपना नाम कमा लिया. प्रतीक विट्ठल को दुनिया के सबसे छोटे बॉडी बिल्डर (World’s Shortest Bodybuilder) के ख़िताब से नवाज़ा गया है.

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प्रतीक बताते हैं कि, मैं बचपन से फ़ौजी बनना चाहता था, लेकिन 12 साल की उम्र तक जब मेरी हाइट नहीं बढ़ी तो मेरा सपना सपना ही रह गया. इसके बाद मैंने स्पोर्ट्स में करियर बनाने का फ़ैसला किया. 16 साल की उम्र में मैंने अपने मामा को देखकर वर्कआउट करना शुरू किया था और मन में ठान लिया था कि कुछ ऐसा कर दिखाना है जिससे लोग प्रेरित हो सकें.

42 प्रतियोगिताओं में ले चुके हैं भाग  

प्रतीक विट्ठल ने साल 2016 में पहली बार ‘बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिताओं’ में हिस्सा लेना शुरू किया था. साल 2017 में उन्होंने पहली बार ‘डिस्ट्रिक्ट लेवल’ पर ‘मेडल’ हासिल किया था. इसके बाद साल 2018 में प्रतीक ने ‘नेशनल लेवल’ पर आयोजित एक प्रतियोगिता में महाराष्ट्र के लिए ‘सिल्वर मेडल’ हासिल किया था. इसके बाद भी उन्होंने कई मेडल अपने नाम किये. प्रतीक अब तक क़रीब 42 ‘बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिताओं’ में भाग ले चुके हैं.

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Guinness World Records में नाम दर्ज़  

इसके बाद प्रतीक ने अपने एक दोस्त के कहने पर दुनिया के सबसे छोटे बॉडी बिल्डर (World’s Shortest Bodybuilder) के तौर पर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness World Records) में अपना नाम भेजा. इस दौरान उन्होंने 3 प्रयास किये, लेकिन तीनों बार रिजेक्ट हो गये. बावजूद इसके प्रतीक ने हिम्मत नहीं हारी और चौथी बार पूरी तैयारी के साथ ‘गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में अपना नाम भेजा और उनका नाम दर्ज भी हो गया.

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प्रतीक विठ्ठल आज देश के एक सफ़ल बॉडी बिल्डर बन चुके हैं. वो हर सुबह उठने के बाद 30 मिनट की रनिंग करते हैं. इसके बाद शाम को जिम में 2 घंटे तक वर्कआउट करते हैं. प्रतीक अपनी डाइट का काफ़ी ध्यान रखते हैं. वो नाश्ते में स्पेशल डाइट फूड ज़रूर शामिल करते हैं. इसके बाद दोपहर में वो दो घंटे फिर से जिम जाते हैं. दिन में हेल्दी डाइट लेने के बाद कुछ घंटे आराम करते हैं.  

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अगर हौंसले बुलंद हो तो कमज़ोरी कभी भी क़ाबिलियत पर भारी नहीं पड़ती. 26 वर्षीय प्रतीक विट्ठल ने वाकई में बात को साबित कर दिखाई है. आज प्रतीक के संघर्ष की कहानी सुनकर देश के करोड़ों लोग उनसे इंस्पायर हो रहे हैं.  

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