Inspirational Story: कुछ लोगों की सोच इतनी सकारात्मक और स्वाभिमानी होती है कि दूसरों का पैसा उनके लिए मिट्टी होता है. वो कम खाएंगे मगर हाथ नहीं फैलाएंगे. अपने बलबूते जितनी अच्छी ज़िंदगी ख़ुद को दे सकते हैं उसकी कोशिश उम्र के हर पड़ाव पर करते रहते हैं. और व्यक्ति जब आर्मी से ताल्लुक़ रखता हो तो फिर तो वो किसी के आगे झुक ही नहीं सकता. वो मेहनत करके खा लेंगे किसी के हाथ फैलाने की जगह.
हम बात कर रहे हैं देश के सबसे युवा अरबपतियों में से एक नितिन कामथ के ससुर की, जिनका दामाद अरबपति होते हुए भी वो एक छोटी सी किराने की दुकान चलाकर अपना जीवन यापन करते हैं. अपने ससुर की प्रेरणादायक कहानी (Inspirational Story) नितिन ने Twitter के ज़रिये लोगों के साथ शेयर की है.
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नितिन कामथ ब्रोकिंग फ़र्म Zerodha के को-फ़ाउंडर हैं. इन्होंने अपने ससुर की प्रेरणादायक कहानी लोगों तक पहुंचाना ज़रूरी समझा. इन्होंने एक किराने की दुकान की तस्वीर शेयर की, जिसमें एक बूढ़े व्यक्ति और एक बच्चा किराने की दुकान के अंदर खड़े हैं और नितिन काउंटर के पास बैठे हैं. इन्होंने पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा,
संतोष ही सच्ची आज़ादी का मार्ग है. मेरे ससुर शिवाजी पाटिल के पास ये संतोष है. नितिन ने अपने ससुर के बारे में आगे बताया कि वो भारतीय सेना में थे. कारगिल युद्ध के दौरान ठंड के कारण उन्हें अपनी उंगली गंवानी पड़ी, जिसके बाद उन्होंने सेना में हवलदार होते हुए VRS ले लिया. आर्मी छोड़ने के बाद उन्होंने बेलगाम में अपनी एक किराने की दुकान खोली, जिसे वो ख़ुद चलाते हैं.
नितिन ने आगे बताया,
वो अब 70 साल के हो चुके हैं लेकिन आज भी वो अपनी दशकों पुराने स्कूटर पर दुकान का सामान लेने जाते हैं. मेरी सास उनकी अकेली मदद करने वाली हैं जो घर और दुकान दोनों को ख़ुद चलाती है. वो काम बंद करने से हमेशा मना कर देते हैं जबकि मैं और मेरी पत्नी और उनकी बेटी सीमा इतने सक्सेसफ़ुल हैं उसके बावजूद भी वो काम करना चाहते हैं.
आगे बताया,
जब मैं उनसे मार्जिन के बारे में पूछो तो वो हंसने लगते हैं और बताया कि, चिक्की का एक 200 रुपये वाला पैकेट ख़रीदने पर 25% का मार्जन मिलता है.
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नितिन ने आगे बताया,
मैंने उन्हें कभी भी किसी चीज़ के बारे में शिकायत करते नहीं सुना. यहां तक कि कारगिल में अपनी उंगली खोने के लिए भी नहीं. जब मैंने 2007 में उनकी बेटी से शादी करने की इच्छा जताई तो उन्होंने मुझसे सरकारी नौकरी करने के लिए कहा.
मैं जब उनसे अंतिम सांस तक एक अच्छी ज़िंदगी जीने के बारे में सोचते हैं तो उनका जवाब बड़ा ही पॉज़िटिव होता है,
जब भी मैं ज़िंदगी के बारे में ज़्यादा सोचता हूं और उनसे पूछता हूं कि एक अच्छी ज़िंदगी कैसे जिऊंगा तो उनका जवाब होता है संतोष. इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कभी भी दिमाग़ी और शारीरिक तौर पर एक्टिव रहना नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि पैसा यह सब नहीं ख़रीद सकता और वे सबसे बड़ा उदाहरण हैं.
Twitter पर लोग नितिन कामथ के ससुर की इस कहानी की जमकर सराहना कर रहे हैं:
इस पोस्ट को अब तक 42 लाख से ज़्यादा लोग Like कर चुके हैं.
नितिन कामथ ने 8 मार्च 2022 को अपनी वाइफ़ के कैंसर के बारे में Twitter के ज़रिये बताया था. साथ ही उन्होंने अपनी पत्नी का साथ देते हुए अपने सारे बाल मुंडवा दिये थे. International Women’s Day के मौके पर उन्होंने अपनी पत्नी सीमा कामथ की कैंसर जंग की पूरी कहानी Twitter पर शेयर की थी.
उन्होंने Tweet में लिखा था कि,
मेरी पत्नी सीमा को नवंबर 2021 को पता चला था कि उसे ब्रेस्ट कैंसर है. उसने कैंसर और रेगुलर हेल्थ चेकअप, हेल्थ इश्योरेंस और वेलनेस के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने लिए अपनी कैंसर जर्नी को ब्लॉग के माध्यम से शेयर करने का फ़ैसला लिया है. महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. कैप्शन के साथ Blog Page Link भी शेयर किया है.
आपको बता दें, Forbes की लिस्ट में बेंगलुरु के दो भाइयों निखिल कामथ और नितिन कामथ की नेटवर्थ 1.1 अरब डॉलर और 2.7 अरब डॉलर थी. दोनों भाई Zerodha के को-फाउंडर हैं और दोनों ने अपनी मेहनत से अपनी फ़र्म को यहां तक पहुंचाया है.