उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फरनगर में 16 फरवरी एक भयंकर दुर्घटना घटी. रिपोर्ट्स के अनुसार बीते 16 फरवरी को हेमा और अंकुल की शादी होनी थी. अंकुल शादी के वेन्यू पर पहुंच चुका था और हेमा रास्ते में थी. शादी में शामिल लोग हाईवे पर दुल्हन की गाड़ी के आस-पास डांस कर रहे थे. तभी उल्टी दिशा से आती एक तेज़ रफ़्तार गाड़ी आई और कई लोगों को रौंदती हुई चली गई. ABP की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना में 2 लोगों की मौत हो गई और 12 से ज़्यादा ज़ख़्मी हुए. कार चालक मौक़े से फ़रार हो गया, पुलिस ने केस दर्ज कर,जांच शुरू कर दी है. 


घटना का वीडियो कई न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म, सोशल मीडिया आदि पर वायरल हो गया. वीडियो रौंगटे खड़े करने वाला है. 

ज़ाहिर है इस घटना की रिपोर्ट अंग्रेज़ी और हिन्दी में कई मीडिया संस्थानों ने छापी. कुछ रिपोर्ट्स के शीर्षक के स्क्रीनशॉट देखिए- 

गूगल पर कई बार रिफ़्रेश कर, अलग-अलग Keywords डालकर सर्च करने के बाद ये शीर्षक निकालने की ज़रूरत नहीं पड़ी!


ज़्यादातर वेबसाइट्स ने अगर किसी बात पर तवज्जो दिया था तो वो था ‘दुल्हन का डांस’, या ‘गाड़ी में दुल्हन का डांस’. कहीं भी हेडलाइन में बारातियों का ज़िक्र नहीं मिलेगा जो हाईवे पर ‘नाच’ रहे थे. या उस सिरफिरे ड्राइवर का जिसने ख़ुशी के मौक़े को मातम में बदल दिया!

अगर किसी बात पर ज़्यादातर न्यूज़ वेबसाइट्स ने फ़ोकस किया तो वो था ‘दुल्हन का डांस!’

सोचने वाली बात है, नहीं?

आख़िर ये ख़तरनाक, रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना में दुल्हन का डांस पर तवज्जो देना इतना ज़रूरी क्यों था? ताकि लोग ऐसा करने से बचें? या ताकि आपके साइट पर ज़्यादा हिट्स आएं?
और जो एक्सीडेंट मुज़्फ़्फरनगर में हुआ उसे देखकर तो यही लगता है कि ग़लती उल्टी दिशा से आ रही गाड़ी की है. ख़ैर ये तो पुलिस ज़्यादा बेहतर बता पाएगी.
हां तो इतना तो समझ में आ रहा है कि इन मीडिया आउटलेट्स का मक़सद ‘लोगों को जागरूक करना’ या ‘लोगों को डांस करते हुए सावधानी बरतने की हिदायत देना’ बिल्कुल नहीं है.  
तो बचा TRP, हिट्स, नंबर्स या कोई और जार्गन…

ये शीर्षक लिखने वाले हमारे सह-मीडियाकर्मी भूल गये कि इस तरह के शीर्षक लगाने से ऐसा लग रहा है जैसे, ‘दुल्हन का डांस और एक्सीडेंट का कोई कनेक्शन है.’ 

कुछ नंबर्स के लिए वेबसाइट्स को ऐसा करते हुए देखकर दुख हुआ. आपको अंदाज़ा भी नहीं है कि आप किस हद तक सोच पर प्रभाव डालने की हिम्मत रखते हैं. 
राइटर को जिस सोर्स से ये वाली ख़बर मिली उसने भी यही कहा था ‘वो दुल्हन के डांस का वीडियो देखा?’ इस वाक्य में एक्सीडेंट का हीं ज़िक्र तक नहीं था. 

ऐसे करना था रिपोर्ट!

क्योंकि ScoopWhoop हिंदी, हिन्दी वेबसाइट है तो राइटर की पहली कोशिश थी कि उसे हिन्दी में कोई उदाहरण मिले, दुख की बात है ऐसा हुआ नहीं. 
क्या ये हिन्दी में लिखना इतना मुश्किल है? बिल्कुल नहीं. 

हिन्दी में शीर्षक के कुछ उदाहरण- 

उत्तर प्रदेश में शादी की ख़ुशियां बदलीं मातम में, तेज़ रफ़्तार कार ने मारी टक्कर 2 की मौत, कई घायल

वीडियो: उत्तर प्रदेश में शादी की ख़ुशियां बदलीं मातम में, तेज़ रफ़्तार कार ने मारी टक्कर 2 की मौत, कई घायल

उत्तर प्रदेश में शादी की ख़ुशियां बदलीं मातम में, तेज़ रफ़्तार कार ने मारी टक्कर, रौंगटे खड़े करने वाला वीडियो आया सामने

हम उम्मीद करते हैं कि हमारे मीडियाकर्मी दोस्त, इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे.