दुनिया में हर काम को करने का एक सलीका होता है. ख़ास कर कपड़े पहनने के मामले में, तो इंसान को कुछ ज़्यादा ही सावधानी रखनी पड़ती है. समाज में इंसान की छवि को सबसे पहले उसके कपड़ो से ही जांचा-परखा जाता है. कपड़ों का और उनके पहनने के अंदाज का मानव समाज में इतना महत्त्व होने के बावजूद कुछ क्रांतिकारी टाइप के लोग अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आते हैं और अपने पहनावे के साथ एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं. कुछ ऐसे ही नमूनों को हम ढूंढ कर आज यहां लाये हैं.

1. इसे रात को सोते समय किसी बेडशीट की ज़रूरत बिल्कुल नहीं पड़ती होगी.

2. चलती-फिरती आदमकद स्ट्रॉबेरी आइसक्रीम.

3. जहां कुछ और घुसाना चाहिए था, वहां भाई ने अपना मुंह घुसा दिया.

4. पृथ्वी पर घूमने आया दूसरे ग्रह का प्राणी.

5. ऑफिस जाने की जल्दी में ऐसी गलतियां हो ही जाती है, कोई बड़ी बात नहीं.

6. फैशन के साथ महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर जागरुकता फैलाना भी आवश्यक है.

7. संभाल गुरु, वरना भरे बाज़ार इज्ज़त नीलाम हो जाएगी.

8. उम्मीद है, ये शेर कभी दहाड़ नहीं मारेगा.

9. स्कूल में ज़्यादा बायोलॉजी पढ़ने का आगे चल कर यही नतीजा होता है.

10. कुछ लोग सच में हर जगह घुल-मिल जाते हैं.

11. नादान तितलियां कहीं भी बैठ जाती है.

12. बागों में बहार है.

13. दिन भर व्हाट्सएप चलाने का नतीजा.

14. जंगलों में जानवर कम होते जा रहे हैं और शहरों में बढ़ते जा रहे हैं.

15. जानवरों से ज़्यादा प्यार भी हानिकारक हो सकता है.

16. बढ़ते पॉल्यूशन से बचने के लिए रामबाण उपाय.

17. आज की ताज़ा ख़बर…आज की ताज़ा ख़बर.

18. इसने तो सच में शर्म बेच खाई है.

19. ऊपरवाले ने रंग-रूप तो अच्छा दे दिया, बस दिमाग में थोड़ी कमी रख दी.

20. आर्थिक मंदी की शिकार आज के जमाने की पीढ़ी.

21. ऐसे लोगों की वजह से ही आदमी और औरत का फ़र्क दुनिया में ख़त्म हो सकता है.

22. मोह माया को छोड़ हिमालय की ओर प्रस्थान करते मिस्टर चमनलाल.

23. आदमी को जगह देख कर अपनी टांग फंसानी चाहिए.

24. खाए जाओ, खाए जाओ, कपड़ों का पलीता बनाये जाओ.

25. छपाई कला का उत्कृष्ट नमूना.

आदमी का पहनावा उसकी पहचान बनाये या न बनाये, मगर उसकी पहचान बिगाड़ ज़रूर सकता है. कपड़े पहनने में सभी को सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि एक बार सावधानी हटी और दुर्घटना घटी.