कुछ याद आया?
‘अगर मेरी लाइफ़ में कोई प्रॉब्लम नहीं है, तो ये उसकी लाइफ़ की सबसे बड़ी प्रॉब्लम है’
फ़िल्म ‘प्यार का पंचनामा’ का ये डायलॉग भूला भी कैसा जा सकता है. ये फ़िल्म और इसके डायलॉग्स आज भी लोगों के ज़हन में बसे हुए हैं. इस फ़िल्म के साथ ही हमें एक ऐसा हीरो मिला, जिसने अपने लुक्स और एक्टिंग से दर्शकों के दिल में एक ख़ास पहचान बना ली. ‘प्यार क पंचनामा’ से शोहरत पाने वाले कार्तिक आर्यन को आज किसी परिचय की ज़रुरत नहीं.
कार्तिक को जिस तरह से दर्शकों का प्यार और वाह-वाही मिल रही है, उनके लिए ये सब हासिल करना इतना आसान नहीं था. फ़िल्मों में आने से पहले वो बी-टेक की पढ़ाई कर रहे थे. इस दौरान जब निर्देशक लव रंजन ने उन्हें ‘प्यार का पचंनामा’ के रजत यानि रज्जो के किरदार का ऑफ़र दिया, तब वो 12 लोगों के साथ एक आपर्टमेंट में रहते थे और उनके पास ख़र्च करने के लिए ज़्यादा पैसे भी नहीं थे. कई मुसीबतों के बावजूद उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर का शानदार आगाज़ किया.
कार्तिक का जन्म मध्यप्रदेश के जबलपुर में हुआ था, लेकिन उन्होंने पढ़ाई ग्वालियर और दिल्ली से की है. वो 10वीं क्लास में थे, जब उनके मन में एक्टर बनने की ख़्वाहिश जागी. हांलाकि, कार्तिक के इस सपने के बारे में उनके माता-पिता को कोई ख़बर नहीं थी क्योंकि उन्हें लगता था कि उनका बेटा बड़ा होकर नासा साइंटिस्ट बनेगा. पर शायद किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था. एक्टिंग के अलावा कार्तिक को टेबल टेनिस और फ़ुटबॉल खेलना काफ़ी पंसद है. साथ ही उन्हें कहानियां लिखने का भी शौक है.
कार्तिक आज कई युवा लड़कियों की धड़कन बन चुके हैं, उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत भले ही छोटे बजट की फ़िल्म से की, लेकिन उसके ज़रिये उन्होंने लोगों को ये बता दिया कि फ़िल्म का कंटेंट और दमदार एक्टिंग दर्शकों के दिल में जगह बनाने के लिए काफ़ी है. ‘प्यार का पंचनामा’ के अलावा कार्तिक ने ‘आकाशवाणी’ और ‘कांची’ में भी काम किया है. इन फ़िल्मों में उनकी एक्टिंग के लिए उनको काफ़ी तारीफ़ भी मिली. वहीं अपकमिंग शॉर्ट फ़िल्म ‘सिलवट’ में आप कार्तिक का एक अलग अंदाज़ देख सकते हैं.
कार्तिक ने भले ही अब तक कम फ़िल्में की हैं, लेकिन उनकी पहचान काफ़ी बड़ी है. एक्टर की एक्टिंग की इससे बड़ी बात और क्या होगी कि दर्शकों को सिनेमा हॉल तक लाने के लिए उनका नाम ही काफ़ी है. ‘प्यार का पंचनामा’ के पहले पॉर्ट से लेकर तीसरे पॉर्ट तक, स्क्रीन पर जब-जब कार्तिक नज़र आए मूवी हॉल दर्शकों की तालियों और सीटियों से गूंज उठा. यही नहीं, उन्होंने ‘प्यार का पंचनामा’ के साढ़े पांच मिनट के डायलॉग्स को महज़ 2 कट्स में बोल दिया था, जिसे बॉलीवुड के सबसे लंबे डायलॉग के रूप में जाना जाता है.
कार्तिक ने इतने कम समय में जिस तरह दर्शकों के बीच अपनी उपलब्धि दर्ज कराई है, वो वाकई क़ाबिल-ए-तारीफ़ है. हमें उम्मीद है, आगे भी वो इसी तरह दर्शकों और बड़े पर्दे पर राज करेंगे.