देश में रेप और महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. हाल ही में हरियाणा के रेवाड़ी में 19 साल की लड़की के साथ हुए गैंगरेप की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. मामले की जांच में जुटी SIT ने आरोपियों का सुराग देने वाले के लिए 1 लाख रुपये इनाम की घोषणा भी की है. शर्म की बात ये है कि इस शर्मनाक घटना में देश का एक जवान भी शामिल है. जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं, तो सुरक्षा की अपेक्षा करें भी किससे?

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पीड़ित परिजनों ने ठुकराई आर्थिक मदद

पीड़ित परिवार ने इंसाफ़ की मांग करते हुए सरकार से मदद की गुहार लगाई थी. इस बीच कुछ सरकारी अफ़सर पीड़िता के घर मुआवजे़ का चेक देने पहुंचे, लेकिन पीड़िता की मां ने ये कहते हुए चेक वापस लौटा दिया कि हमें इंसाफ़ चाहिए, पैसे नहीं.

सेना करेगी मदद

रिपोर्ट के अनुसार, बलात्कार का मुख्य आरोपी पकंज सेना में जवान है, जिसकी राजस्थान में पोस्टिंग है और वो छुट्टी पर चल रहा है. वहीं इस पर सेना लेफ़्टिनेंट जनरल चेरिश मैथसन ने बयान जारी करते हुए कहा है कि केस में किसी सैन्यकर्मी के दोषी पाए जाने पर, सेना आरोपी को सज़ा दिलवाने में पूरा सहयोग करेगी.

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ताज़ा ख़बर के मुताबिक, SIT ने घटना में शामिल तीन आरोपियों की पहचान कर ली है, जिसमें से एक उनकी गिरफ़्त में है.

क्या है मामला?

बीते बुधवार 19 वर्षीय पीड़िता कोंचिग सेंटर से घर लौट रही थी, उसी दौरान बस अड्डे पर मौजूद 3 कॉलेज छात्रों ने उसे लिफ़्ट देने के बहाने अगवा कर लिया. इसके बाद आरोपी लड़की को एक सूनसान जगह पर ले गए, जहां उसे नशीली दवाई दे कर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया.

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अफ़सोस रेलवे परीक्षा की तैयारी कर रही इस पीड़िता को सीबीएसई परीक्षा में अव्वल आने पर राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित भी किया गया था. भारत में एक तरफ़ जहां महिला अधिकारों को लेकर इतनी शिद्दत से बात की जाती है, वहीं ऐसी विभस्त घटना पूरे मुद्दे को सालों पीछे धकेल देती हैं. इस मामले में अगर पुलिस और प्रशासन की ढिलाई बरती, तो इन संस्थानों से लोगों का भरोसा पूरी तरह उठ जायेगा.

Source : TOI