कंगना रनौत की आने वाली फ़िल्म ‘सिमरन’ की कहानी का सेंट्रल कैरेक्टर है प्रफ़ुल पटेल नाम की ऐसी लड़की, जिसे चोरी की लत है. हंसल मेहता की ये पहली ऐसी फ़िल्म है, जो किसी गंभीर मुद्दे को लेकर नहीं बनी (इससे पहले हंसल मेहता ‘अलीगढ’ ‘शाहिद’ बना चुके हैं). फ़िल्म के ट्रेलर से ये साफ़ है कि प्रफुल पटेल बनी कंगना US में रहते हुए छोटी-मोटी नौकरी करती है और बड़ी-बड़ी चोरियां.
ये जान कर बहुत लोगों को हैरानी होगी कि जिस इंसान पर कंगना क ये रोल Loosely Based है, यानि वो इंसान जिसकी ज़िन्दगी से इस किरदार की प्रेरणा ली गयी है, वो कभी Bombshell Bandit के नाम से US में कुख़्यात थी. चलिए, ज़रा इस शातिर चोरनी के बड़े-बड़े कारनामों के बारे में बताते हैं.
नाम है संदीप कौर. 7 साल की उम्र में मां-पिता के साथ पंजाब से ‘विदेश’ आयी, ताकि बेहतर ज़िन्दगी जी सके, लेकिन यहां आ कर ज़िन्दगी वैसी ही उलझ गयी. मां-बाप की पटती नहीं थी, लेकिन दुनिया के सामने सब सही चल रहा था. घर में रोक-टोक थी, माहौल सही नहीं था. स्कूल-कॉलेज में संदीप को नस्लवाद और क्षेत्रवाद का सामना करना पड़ता था.
19 साल की उम्र में वो नर्स बन गयी, पैसे भी अच्छे कमाने लगी. जैसे-जैसे पैसे आये, ग़लत शौक लगे. सबसे बुरी लत लगी जुए की, जो शुरू हुई Las Vegas से. इस जगह के बारे में कहा जाता है कि यहां की लत एक बार लग जाए, तो जल्दी पीछा नहीं छोड़ती. संदीप जीतने लगी, बड़ी-बड़ी बाज़ियां लगाने लगी और किस्मत ने भी उसका साथ दिया. शौक और बढ़ते गये, महंगे कपड़े, आलिशान होटलों में रहना. आम की नौकरी करने वाली एक नर्स अपने उन सभी अरमानों को पूरा कर रही थी, जिनसे वो दूर थी.
शौक को लत बनते देर नहीं लगी और जिस किस्मत के बूते वो इतने बड़े दांव लगा रही थी, उसने भी उसका साथ छोड़ दिया. वो जुए में हारती जा रही थी और कर्ज़ सिर चढ़ता जा रहा था. उसके शौक भी भी नहीं थमे और एक वक़्त ऐसा आया कि उसका घर, गाड़ी ज़ब्त हो गयी.
बढ़ते कर्ज़ को चुकाने के लिए उसके पास एक बुरा आईडिया था, बैंक में चोरी. 2014 में संदीप का नाम हर न्यूज़ चैनल की ब्रेकिंग न्यूज़ में था. उसने इसी साल एक-एक कर कैलिफ़ोर्निया, एरिज़ोना और उटाह में बैंक से लाखों उड़ाए थे. वो जिस भी बैंक में जाती, ये दावा करती कि उसके पास बम है. हालांकि पुलिस के निशाने पर थी और कुछ समय तक पुलिस के साथ आंख-मिचौली खेलने के बाद पकड़ी गयी.
संदीप ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में अपनी ज़िन्दगी का हर राज़ खोल दिया था. कोर्ट ने संदीप को 66 महीने जेल की सज़ा सुनाई और उधारी के एक-एक पैसे को वापस देने का ऑर्डर दिया.
कुछ ही दिनों में सिमरन रिलीज़ होने वाली है. इस फ़िल्म में आपको संदीप की झलकियां ज़रूर मिलेंगी.