Kanwar Yatra 2023 : भोले बाबा का महीना सावन शुरू हो चुका है और इसी के साथ 4 जुलाई यानि आज से शुरू हो चुकी है कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2023) . इस दौरान श्रद्धालु गंगा नदी से जल भरकर शिव मंदिर पहुंचते हैं और शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं. इस दौरान ही भगवान शिव की प्रिय चीज़ें भी उन पर चढ़ाई जाती हैं. कांवड़ यात्रा का समापन 31 अगस्त को होगा.
ये भी पढ़ें: भगवान शिव के दर्शन के लिए साइकिल से केदारनाथ पहुंच गया ये भोलेनाथ भक्त, 56 दिनों में तय किया सफ़र
इसी बीच उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के धराऊं के दो व्यक्तियों की तस्वीर सामने आई है, जिन्हें लोग आज का श्रवण कुमार कह रहे हैं. ये दोनों व्यक्ति अपनी-अपनी मां की इच्छा पूरी करने के लिए उन्हें कंधे पर बैठाकर उनको कांवड़ यात्रा करा रहे हैं. आइए आपको इनके बारे में बताते हैं. (Kanwar Yatra 2023)
100 साल की मां को कांवड़ यात्रा कराने निकला बेटा
वहीं, दूसरी ओर बुलंदशहर के धराऊं के देव अपनी मां सरस्वती देवी को कांवड़ में बैठाकर अपने कंधों पर हरिद्वार की ओर पैदल यात्रा शुरू कर चुके हैं. उनकी मां की उम्र क़रीब 100 साल बताई जा रही है. वो बुलंदशहर से हरिद्वार की ओर निकल चुके हैं और पैदल ही ये यात्रा पूरी करेंगे. ये दोनों ही बेटे अपनी मां और शिव के प्रति आस्था प्रकट कर रहे हैं.
मां को लेकर पैदल यात्रा करने निकला शख्स
भगवान शिव के प्रति आस्था रखने वाले नोएडा के कांवड़िए अजय अपनी माता बाला देवी को कांवड़ में बैठाकर पैदल यात्रा करने निकल चुके हैं. पहले उन्होंने अपनी मां की इच्छा के अनुसार उन्हें गंगा स्नान करवाया. अब वो उन्हें कांवड़ में बैठाकर पैदल चल दिए हैं. अपनी मां के दूसरी तरफ़ उन्होंने एक 51 किलो वजनी गंगा कलश रखा है. अभी उन्हें 100 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी है. वो घर पहुंचने पर अपनी माता के साथ स्थानीय शिवालय पर जलाभिषेक करेंगे.
शिव भक्तों से भरी गंगा नगरी
आज से हरिद्वार में कांवड़ मेले की शुरुआत हो चुकी है. गंगा नगरी आज से शिव भक्तों से खचाखच भरी पड़ी है. इसी को देखते हुए पश्चिम उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गो पर भारी वाहनों के लिए यातायात डायवर्ट कर दिया गया है. केवल हल्के वाहनों को चलाने की परमिशन दी गई है.