देश के किसी भी स्कूल-कॉलेज का मालिक या चेयरमैन कोई पढ़ा लिखा इंसान ही होता है. लेकिन यूपी में एक कॉलेज ऐसा भी है जिसका चेयरमैन कोई इंसान नहीं, बल्कि हनुमान जी हैं. जी हां, सही सुन रहे हैं! इस कॉलेज की ज़िम्मेदारी बजरंगबली के कंधों पर है. कॉलेज में उनका केबिन भी बना हुआ है, जहां पर लोग उनकी आज्ञा के बाद ही प्रवेश करते हैं. कॉलेज में कॉन्फ्रेंस रूम भी है जहां पर चेयरमैन की गद्दी पर बजरंगबली विराजमान हैं, इस पर उनकी नेम प्लेट भी लगी हुई है. क्यों चौंक गए ना!
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहन रोड पर स्थित इस कॉलेज का नाम सरदार भगत सिंह कॉलेज है. वर्तमान में इसमें हज़ारों छात्रों की संख्या है. इस कॉलेज की नींव साल 2007 में विवेक तांगड़ी और पंकज सिंह भदौरिया ने मिलकर रखी थी. अपनी अटूट दोस्ती की ख़ातिर ये दोनों कॉलेज के चेयरमैन नहीं बनना चाहते थे. तमाम मंथनों के बाद उन्होंने राम भक्त हनुमान को चेयरमैन बनाने का फ़ैसला किया, जो आज तक कायम हैं.
ऐसा है हनुमान जी का वर्क शेड्यूल
हनुमान जी सुबह 8:00 बजे ही कॉलेज पहुंच जाते हैं. इससे पहले उनके केबिन की सफ़ाई कर दी जाती है. उनके केबिन में धार्मिक किताबें रखी हुई हैं. इसी केबिन में राम दरबार भी है. केबिन में आने के बाद हनुमान जी के साथ सुबह क़रीब 10 से 11:00 के बीच कॉन्फ्रेंस हॉल में सभी लोग मीटिंग करते हैं. कॉन्फ्रेंस हॉल में भी चेयरमैन की गद्दी पर हनुमान जी की प्रतिमा रखी हुई है और नेम प्लेट भी लगी हुई है.
मीटिंग खत्म होने के बाद हनुमान जी को परिसर में बने मंदिर में दर्शन कराया जाता है, जहां पर वह स्वयं विराजमान हैं. इसके बाद दोपहर में 1 बजे लंच ब्रेक में उनका पसंदीदा बेसन का लड्डू उनके केबिन में पहुंचा दिया जाता है. चेयरमैन के पद के लिए जितने भी नियम क़ानून होते हैं हनुमान जी के लिए भी उन सभी नियमों को फ़ॉलो किया जाता है.
गाड़ी से जाते हैं मंदिर बजरंगबली
आपको जानकर हैरानी होगी कि कॉलेज में बजरंगबली के आने-जाने के लिए एक नैनो कार भी है जो उन्हें हर मंगलवार को राम मंदिर के दर्शन कराने के लिए लेकर जाती है. इस कार में ड्राइवर और बजरंगबली के अलावा कोई दूसरा नहीं बैठता. हनुमान जी मंदिर में अपने प्रभु को प्रसाद और फूल चढ़ाते हैं. शाम को जब कॉलेज बंद हो जाता है तो उनका केबिन भी बंद कर दिया जाता है.