कैप्टन कूल यानी की धोनी की ख़ासियत ये है कि वो जल्दी हार नहीं मानते हैं. कई बार उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को संकट से उबारा है और मैच जिताए हैं लेकिन वो सिर्फ़ अच्छी बैटिंग या कीपिंग ही नहीं करते, अपने खिलाड़ियों को मोटिवेट करना भी उन्हें बख़ूबी आता है. इसके कई बेहरतरीन उदाहरण हमें मैच के दौरान देखने को मिले हैं. 

धोनी के इस हुनर की आईसीसी भी फ़ैन है. उसका नमूना ये रहा…

धोनी भले ही चुप रहते हों, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो अपने खिलाड़ियों को कुछ भी करने देते हैं. कम बोलने वाले धोनी को पता है कि शब्दों का इस्तेमाल कैसे किया जाता है. इसी के कुछ बेहतरीन नमूने पेश हैं…


सच में जिस मैच में धोनी हों, उसमें कोई बोर नहीं हो सकता!