बात साल 1996 की है. भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई हुई थी. इसी सीरीज़ में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी.
3 मैचों की इस टेस्ट सीरीज़ के पहले मैच में भारतीय टीम को शिकस्त मिली थी. दूसरे टेस्ट मैच में गांगुली और द्रविड़ को डेब्यू करने का मौका मिला. गांगुली ने अपने पहले ही टेस्ट में 131 रनों की शानदार पारी खेली और 3 विकेट भी चटकाए. जबकि द्रविड़ ने भी 95 रनों की अहम पारी खेली. ये टेस्ट मैच ड्रॉ रहा.
इसके बाद गांगुली ने अपने दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 136 रन, जबकि दूसरी पारी में 48 रन बना कर सभी को हैरान कर दिया. इन दमदार परियों के बाद गांगुली स्टार बन गए थे.
इस टेस्ट सीरीज़ के दौरान सौरव गांगुली और नवजोत सिंह सिद्धू के साथ एक अजीबो ग़रीब घटना भी घटी, जिसे वो आज तक भुला नहीं पाए हैं.
दरअसल, पहले टेस्ट मैच में हार के बाद गांगुली नवजोत सिंह सिद्धू के साथ इंग्लैंड घूमने निकले थे. सौरव गांगुली और नवजोत सिंह सिद्धू लंदन ट्यूब (मेट्रो) में यात्रा कर रहे थे. तभी कुछ नशेड़ी युवक मेट्रो में चढ़े और गांगुली व सिद्धू की तरफ़ अभद्र इशारे करने लगे. सिद्धू को लगा कि वो टीम इंडिया के हार जाने के कारण उन्हें चिढ़ा रहे हैं.
इस दौरान एक शख़्स ने बियर की बोतल सिद्धू को दे मारी. बस फिर क्या था सिद्धू बितक गए और लड़कों से उलझ गए. सिद्धू उन युवकों को जवाब देने के लिए उठे तो हालात बिगड़ गए और हाथापाई की नौबत आ गई.
मगर तब तक अगला स्टेशन आ गया और ट्रेन रुकने के कारण सभी नशेड़ी युवक नीचे उतर गए. इसी बीच उनमें से एक युवक फिर से मेट्रो में चढ़ गया और उसने सिद्धू की ओर बंदूक तान दी, लेकिन सिद्धू इससे डरे नहीं और उसकी ओर झपट पड़े.
इस दौरान सौरव ने सिद्धू को रोका और कहा कि वो नशे में है, सचमुच में गोली चला देगा. तब जाकर कहीं सिद्धू शांत हुए और दोनों तुरंत ट्रेन की फ़र्श पर लेट गए. इसी दौरान ट्रेन चलने लगी तो वो युवक भी तेज़ी से उतर गया. इसके बाद अगले स्टेशन पर गांगुली और सिद्धू भी उतरे और टैक्सी से अपने होटल पहुंचे.
सौरव गांगुली ने अपनी किताब में इस बात का ज़िक्र करते हुए लिखा ‘बंदूक देखकर एक पल के लिए तो लगा जैसे आज इस ट्रेन में ही मेरी ज़िंदगी समाप्त हो जाएगी, लेकिन हम दोनों वहां से सकुशल निकलने में सफ़ल रहे.